Yahoo India Web Search

Search results

  1. Mar 25, 2019 · प्रश्न 1. शुद्ध सोना और गिन्नी का सोना अलग क्यों होता है? उत्तर- शुद्ध सोना और गिन्नी का सोना अलग होता है, क्योंकि गिन्नी के सोने में थोड़ा-सा ताँबा मिलाया जाता है इसलिए | वह ज्यादा चमकता है और शुद्ध सोने से मज़बूत भी होता है। शुद्ध सोने में किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं होती।.

  2. Jan 1, 2015 · यह वेब पृष्ठ पर पाठ 16- पतझर में टूटी पत्तियाँ हिंदी के उत्तर के साथ-साथ प्रश्नों का समांतरण करता है। पाठ में शुद्ध सोना और गिन्नी का सोना, प्रेक्टिकल आइडियालिस्ट,

    • पाठ 16 पतझर की टूटी पत्तियाँ
    • पतझर की टूटी पत्तियाँ पाठ प्रवेश
    • Patjhad Mein Tooti Patiyan Summary
    • प्रसंग 1- गिन्नी का सोना
    • प्रसंग 2 – झेन की देन
    • पतझर की टूटी पत्तियाँ Ncert Solutions
    • Extra Questions

    ऐसा माना जाता है कि कम शब्दों में अधिक बात कहना एक कविता का सबसे महत्वपूर्ण गुण होता है। जब कभी इस गुण का प्रयोग कवियों के साथ-साथ लेखक भी करे अर्थात जब कभी कविताओं के साथ-साथ गद्य में भी इस गुण (कम शब्दों में अधिक बात कहने) का प्रयोग हो, तो उस गद्य को पढ़ने वाले को यह मुहावरा याद आ ही जाता है – ‘सार-सार को गहि रहे, थोथा देय उड़ाय’ अर्थात सही और सा...

    Patjhad Mein Tooti Patiyan Summary – लेखक ने प्रस्तुत पाठ में जो प्रसंग प्रस्तुत किए हैं, उनमें पहले प्रसंग (गिन्नी का सोना)जीवन में अपने लिए सुख-साधन जुटाने वालों से नहीं बल्कि उन लोगो से परिचित करवाता है जो इस संसार को सब के लिए जीने और रहने योग्य बनाए हुए हैं। लेखक कहते हैं कि शुद्ध सोने में और सोने के सिक्के में बहुत अधिक फर्क होता है, सोने के ...

    पाठ – शुद्ध सोना अलग है और गिन्नी सोना अलग। गिन्नी के सोने में थोड़ा-सा ताँबा मिलाया हुआ होता है, इसलिए वह ज्यादा चमकता है और शुद्ध सोने से मज़बूत भी होता है। औरतें अकसर इसी सोने के गहने बनवा लेती हैं। फिर भी होता तो वह है गिन्नी का ही सोना। शुद्ध आदर्श भी शुद्ध सोने के जैसे ही होते हैं। चंद लोग उनमें व्यवहारिकता का थोड़ा-सा ताँबा मिला देते हैं और ...

    पाठ – जापान में मैंने अपने एक मित्र से पूछा, “यहाँ के लोगों को कौन सी बीमारियाँ अधिक होती हैं ?” “मानसिक”, उसने जवाब दिया,”यहाँ के अस्सी फीसदी लोग मनोरुग्ण हैं।” “इसकी क्या वजह है ?” कहने लगे ,”हमारे जीवन की रफ़्तार बढ़ गई है। यहाँ कोई चलता नहीं, बल्कि दौड़ता है। कोई बोलता नहीं, बकता है। हम जब अकेले पड़ते हैं तब अपने आपसे लगातार बड़बड़ाते रहते हैं।...

    (क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए –

    प्रश्न i – शुद्ध आदर्श की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना ताँबे से क्यों की गई है? उत्तर – शुद्ध सोने में चमक होती है और आदर्श भी शुद्ध सोने की तरह चमकदार और महत्वपूर्ण मूल्यों से भरा होता है। ताँबे से सोना मजबूत तो होता है परन्तु उसकी शुद्धता समाप्त हो जाती है। इसी प्रकार व्यवहारिकता के कारण आदर्श समाप्त हो जाते हैं परन्तु यदि सही ढंग से व्यवहारिकता और आदर्शों को मिलाया जाये तो जीवन में बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है। प्रश्न ii – चानीज ने कौन-सी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से पूरी की? उत्...

    (ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50- 60 शब्दों में) लिखिए –

    प्रश्न i – गांधीजी में नेतृत्व की अद्भुत क्षमता थी; उदहारण सहित इस बात की पुष्टि कीजिए। उत्तर – गांधीजी में नेतृत्व की अद्भुत क्षमता थी। गाँधी जी भी व्यावहारिक आदर्शवादियों में से एक थे। वे अपनी व्यावहारिकता को जानते थे और उसकी कीमत को भी पहचानते थे। इन्हीं कारणों की वजह से वे अपने अनेक लक्षणों वाले आदर्श चला सके। यदि गाँधी जी अपने आदर्शो को महत्त्व नहीं देते तो पूरा देश उनके साथ हर समय कंधे-से-कन्धा मिला कर खड़ा न होता। यह बात उनके अहिंसात्मक आंदोलन उसे स्पष्ट हो जाती है। वह अकेले चलते थे और...

    (ग) निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए –

    (i) समाज के पास अगर शाश्वत मूल्यों जैसा कुछ है तो वह आदर्शवादी लोगों का ही दिया हुआ है। उत्तर – हमारे समाज में अगर हमेशा रहने वाले कई मूल्य बचे हैं तो वो सिर्फ आदर्शवादी लोगो के कारण ही बच पाए हैं। खुद भी तरक्की करो और अपने साथ-साथ दूसरों को भी आगे ले चलो और ये काम हमेशा से ही आदर्शो को सबसे आगे रखने वाले लोगो ने किया है। व्यवहारवादी लोग तो केवल अपने आप को आगे लाने में लगे रहते हैं उनको कोई फर्क नहीं पड़ता अगर समाज को नुक्सान हो रहा हो। (ii) जब व्यावहारिकता का बखान होने लगता है तब ‘प्रेक्टिकल...

    प्रश्न 1 – ‘पतझड़ में टूटी पत्तियाँ‘ पाठ के दूसरे प्रसंग (झेन की देन) में लेखक ने किस पद्धति का वर्णन किया है? उत्तर– बौद्ध दर्शन में वर्णित ध्यान की उस पद्धति की याद दिलाता है जिसके कारण जापान के लोग आज भी अपनी व्यस्ततम दिन भर के कामों के बीच भी कुछ चैन भरे या सुकून के पल हासिल कर ही लेते हैं। प्रश्न 2 – लेखक के मित्र के अनुसार जापानी किस रोग से पी...

  3. igys nl&ianzg feuV rks eSa my>u esa iM+kA fiQj ns[kk] fnekx dh jÝ+rkj èkhjs&èkhjs èkheh iM+rh tk jgh gSA FkksM+h nsj esa fcyoqQy can Hkh gks xbZA eq>s yxk] ekuks vuardky esa eSa th jgk gw¡A ;gk¡ rd fd lUukVk Hkh eq>s lqukbZ nsus yxkA vdlj ge ;k rks xq”kjs gq, fnuksa dh [k^h&ehBh ;knksa esa my>s jgrs gSa ;k Hkfo"; osQ jaxhu

  4. Nov 11, 2018 · I have tried my level best to provide easy explanation of all Hindi chapters of class 8, class 9 and class 10. Hindi chapters of classes 11 and 12 will be started very soon here ...

    • 22 min
    • 45.1K
    • Hindi GuruKul
  5. Nov 15, 2014 · Find free PDF download links for NCERT Solutions for Class 10th Hindi Sparsh II textbook. Learn about the modes of prose, kavya, gadya and katha in Hindi Course B.

  6. Aug 12, 2019 · Class 10 Hindi Sparsh Book Patjhad ki Tooti Pattiyaan (Ginni Ka Sona) Chapter 16 Explanation, Important Questions, and Answers. NCERT Class 10 Hindi Note...

    • 27 min
    • 372.7K
    • SuccessCDs Education
  1. Searches related to ginni ka sona class 10

    ginni ka sona class 10 summary
    ginni ka sona class 10 pdf
  1. People also search for