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  1. रामायण चौपाई लिरिक्स हिंदी में (Ramayan Chaupai Lyrics In Hindi) मंगल भवन अमंगल हारी. द्रबहु सुदसरथ अजर बिहारी. राम सिया राम सिया राम जय जय राम. आ, दीन-दयाल ...

  2. Oct 20, 2023 · रामायण की सर्वश्रेष्ठ चौपाई हिंदी में (ramayan chaupai in hindi) बिनु सत्संग विवेक न होई। राम कृपा बिनु सुलभ न सोई॥

  3. Jul 9, 2023 · रामायण की 8 चौपाई – ramayan chaupai lyrics. मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अचर बिहारी।। हरि अनंत हरि कथा अनंता। कहहिं सुनहिं बहुबिधि सब संता॥

  4. Apr 10, 2022 · In this page we have covered Sampurna Ramayan Lyrics in hindi & english also known as Ramayan Choupai Lyrics, रामायण चौपाई लिरिक्स, रामायण चौपाई इन हिंदी

  5. Aug 9, 2020 · रामायण चौपाई अर्थ सहित. परीक्षा में सफलता के लिए रामायण चौपाई. जेहि पर कृपा करहिं जनुजानी।. कवि उर अजिर नचावहिं बानी।।. मोरि सुधारहिं सो सब भांती।. जासु कृपा नहिं कृपा अघाती।।. लक्ष्मी प्राप्ति के लिए रामायण चौपाई. जिमि सरिता सागर मंहु जाही।. जद्यपि ताहि कामना नाहीं।।. तिमि सुख संपत्ति बिनहि बोलाएं।. धर्मशील पहिं जहि सुभाएं।।.

  6. Mar 4, 2020 · रामायण चौपाई अर्थ सहित. सोइ जानइ जेहि देहु जनाई।. जानत तुम्हहि तुम्हइ होइ जाई॥. तुम्हरिहि कृपाँ तुम्हहि रघुनंदन।. जानहिं भगत भगत उर चंदन॥. अर्थ : हे प्रभु! आपको वही जान पाता है जिसे आप जाना देते हैं, और जो आपको जान लेता है, वह आपका ही स्वरूप बन जाता है, अतः हे रघुनंदन! भक्तों के हृदय को शीतल करने वाले चंदन! आपकी कृपा से ही भक्त आपको जान पाते हैं।.

  7. रामायण की चैपाईयां प्रभु राम के जीवन पर लयबद्ध तरीके से लिखे गए वो छंद जो उनके संपूर्ण जीवन की कथा सुनाते है। इन्हें गोस्वामी तुलसीदास द्वारा अवधी भाषा में ‘श्रीरामचरितमानस’ में लिखा गया है। इन चौपाइयों की भाषा एकदम सरल लेकिन शक्तिशाली होती है, जो पाठकों पर गहरा भावनात्मक प्रभाव छोड़ती है। नीचे रामायण की सर्वश्रेष्ठ चौपाई का PDF दिया गया है, इन्ह...

  8. Oct 10, 2014 · श्रीरामचरितमानस का भक्ति धारा में अद्वितीय एवं सर्वोच्च स्थान है। वेबसाइट RamCharit.in पर आपको (रामचरितमानस गीता प्रेस गोरखपुर को मानक मानकर) सर्वाधिक शुद्ध एवं त्रुटिहीन संस्करण देने का प्रयास किया गया है। यहाँ आप को मूल पाठ, अर्थ सहित पाठ, नवाह्न पारायण, मास पारायण एवं कथा रूप में श्रीरामचरितमानस पढ़ने की सुविधा दी गई है जिसे आप अपनी सुविधा से ...

  9. Aug 25, 2023 · अर्थ : जिन पर राम की कृपा होती है, उन्हें कोई सांसारिक दुःख छू तक नहीं सकता। परमात्मा जिस पर कृपा करते है उस पर तो सभी की कृपा अपने आप होने लगती है । और जिनके अंदर कपट, दम्भ (पाखंड) और माया नहीं होती, उन्हीं के हृदय में रघुपति बसते हैं अर्थात उन्हीं पर प्रभु की कृपा होती है।. रामायण चौपाई लिखित. कहेहु तात अस मोर प्रनामा। सब प्रकार प्रभु पूरनकामा॥.

  10. अब प्रभु कृपा करहु एहि भाँती. सब तजि भजनु करौं दिन राती।।. मंगल मूर्ति मारुती नंदन. सकल अमंगल मूल निकंदन. बिनु सत्संग विवेक न होई. रामकृपा बिनु सुलभ न सोई।. होइ बिबेकु मोह भ्रम भागा. तब रघुनाथ चरन अनुरागा।. उमा कहउँ मैं अनुभव अपना. सत हरि भगति जगत सब सपना।. हरि ब्यापक सर्बत्र समाना. प्रेम तें प्रगट होहिं मैं जाना।. बंदऊँ गुरु पद पदुम परागा.