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  1. कविता संग्रह. न दैन्यं न पलायनम् / अटल बिहारी वाजपेयी. मेरी इक्यावन कविताएँ / अटल बिहारी वाजपेयी. प्रतिनिधि रचनाएँ. पंद्रह अगस्त की पुकार / अटल बिहारी वाजपेयी. क़दम मिला कर चलना होगा / अटल बिहारी वाजपेयी. हरी हरी दूब पर / अटल बिहारी वाजपेयी. कौरव कौन, कौन पांडव / अटल बिहारी वाजपेयी. दूध में दरार पड़ गई / अटल बिहारी वाजपेयी.

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    3. खून क्यों सफेद हो गया? खून क्यों सफेद हो गया? भेद में अभेद खो गया. बंट गये शहीद, गीत कट गए, कलेजे में कटार दड़ गई. दूध में दरार पड़ गई. खेतों में बारूदी गंध, टूट गये नानक के छंद सतलुज सहम उठी, व्यथित सी बितस्ता है. वसंत से बहार झड़ गई दूध में दरार पड़ गई. अपनी ही छाया से बैर, गले लगने लगे हैं ग़ैर, ख़ुदकुशी का रास्ता, तुम्हें वतन का वास्ता. बात ...

    4. क्षमा करो बापू ! तुम हमको, वचन भंग के हम क्षमा करो बापू! तुम हमको, बचन भंग के हम अपराधी, राजघाट को किया अपावन, मंज़िल भूले, यात्रा आधी। जयप्रकाश जी! रखो भरोसा, टूटे सपनों को जोड़ेंगे। चिताभस्म की चिंगारी से, अन्धकार के गढ़ तोड़ेंगे।

    5. कौरव कौन, कौन पांडव कौरव कौन कौन पांडव, टेढ़ा सवाल है| दोनों ओर शकुनि का फैला कूटजाल है| धर्मराज ने छोड़ी नहीं जुए की लत है| हर पंचायत में पांचाली अपमानित है| बिना कृष्ण के आज महाभारत होना है, कोई राजा बने, रंक को तो रोना है|

    6. मौत से ठन गई ठन गई! मौत से ठन गई! जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था, रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई, यों लगा ज़िन्दगी से बड़ी हो गई। मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं, ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं। मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूँ, लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूँ? तू दबे पाँव, चोरी-छिपे से न आ, सामने वार कर फिर मुझे आज़मा। मौ...

    भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रसिद्ध कवि अटल बिहारी वाजपेयी जी की संपूर्ण कविताएं को पढ़ें। उनकी कविताएं में जीवन का नजरिया, समाज के ताने-बाने, महज चंद पंक्तियां औ

  2. Read and listen to the poems of Atal Bihari Vajpayee, the former prime minister of India and a renowned poet. Explore his nazms, ghazals, and e-books in Urdu, Hindi and English on Rekhta, a platform for Urdu literature.

  3. यह कविता स्वप्न के संबंधित है, जिसमें कोयल की कुहुक रात पर गीत के सुन्दर स्वर के साथ काल के कपाल पे लिखता हूँ कहा है। इस कविता को पुस्तक मेरी इक्यावन कविताएँ में प्रकाशित है

  4. Aug 16, 2018 · नई दिल्‍ली, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक बेहतरीन राजनेता ही नहीं, शानदार कवि भी थे। उनकी कविताएं आज भी लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। वह शब्‍दों से खेलना जानते थे। अटल जी अपनी बातों और भावनाओं को शब्‍दों में पिरोकर पेश करने की कला में माहिर थे। राजनीति के अजातशत्रु के नाम से विख्‍यात अटल जी ने कई ऐसी कविताएं भी लिखीं जिन्‍हों...

  5. भारत जमीन का टुकड़ा नहीं / अटल बिहारी वाजपेयी - कविता कोश भारतीय काव्य का विशालतम और अव्यवसायिक संकलन है जिसमें हिन्दी उर्दू ...

  6. Dec 24, 2014 · पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साहित्यिक पक्ष से भी पहचान उनके कविता संग्रह. उनकी कविताएं में उनका जीवन, समर्थन, समाज के समास्या और उनकी साहसिकता का प्रकाश है.