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  1. विष्णु प्रभाकर ( २१ जून १९१२- ११ अप्रैल २००९) हिन्दी के सुप्रसिद्ध लेखक थे जिन्होने अनेकों लघु कथाएँ, उपन्यास, नाटक तथा यात्रा संस्मरण लिखे। उनकी कृतियों में देशप्रेम, राष्ट्रवाद, तथा सामाजिक विकास मुख्य भाव हैं।. जीवन परिचय.

  2. Hindi writers, Jivan Parichay / By केवल कृष्ण घोड़ेला. आज के आर्टिकल में हम प्रसिद्ध नाटककार और जीवनीकार ” विष्णु प्रभाकर” (Vishnu Prabhakar) के जीवन का संक्षिप्त ...

  3. विष्णु प्रभाकर (Vishnu Prabhakar) की कई रचनाएँ जिनमें ‘ आवारा मसीहा’ (जीवनी), फ़र्क (लघु कथा), ‘ अर्द्धनारीश्वर’, ‘ स्वप्नमयी’, ‘ तट के बंधन’ (उपन्यास), ‘ हत्या के बाद’, ‘ डॉक्टर’, ‘ सीमा रेखा’ (नाटक), ‘ प्रकाश और परछाइयाँ’, ‘संघर्ष के बाद’, ‘ सांप और सीढ़ी’ (एकांकी) आदि को बी.ए. और एम.ए. के सिलेबस में विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाता हैं।.

  4. विष्णु प्रभाकर (अंग्रेज़ी: Vishnu Prabhakar, जन्म: 21 जून, 1912 - मृत्यु: 11 अप्रैल, 2009) अपने साहित्य में भारतीय वाग्मिता और अस्मिता को व्यंजित करने के ...

  5. Feb 4, 2023 · साहित्यिक परिचय (साहित्यिक अवदान) विष्णु प्रभाकर जी की रचनाओं में प्रारम्भ से ही स्वदेश-प्रेम, राष्ट्रीय चेतना और समाज-सुधार का स्वर प्रमुख रहा है। इसके कारण उन्हें ब्रिटिश सरकार का कोप-भाजन भी बनना पड़ा। अतः उन्होंने सरकारी नौकरी से त्याग-पत्र दे दिया और स्वतन्त्र लेखन को अपनी जीविका का साधन बना लिया।.

  6. प्रमुख कृतियाँ— उपन्यास— ढलती रात, स्वप्नमयी, अर्धनारीश्वर, धरती अब भी घूम रही है, क्षमादान, दो मित्र, पाप का घड़ा, होरी आदि. नाट्य रचनाएँ— हत्या के बाद, नवप्रभात, डॉक्टर, प्रकाश और परछाइयाँ, बारह एकांकी, अशोक, अब और नहीं, टूटते परिवेश, इंसान और अन्य एकांकी, नए एकांकी, डरे हुए (एकांकी संग्रह) आदि.

  7. Apr 11, 2019 · नई दिल्ली, 11 अप्रैल 2019, (अपडेटेड 12 सितंबर 2019, 10:31 AM IST) आज विष्णु प्रभाकर की पुण्यतिथि है. प्रभाकर जी की पहली कहानी सन् 1931 में छपी थी, तब वह केवल 19 वर्ष के थे. उनकी पहली कहानी 'दिवाली की रात' लाहौर से निकलनेवाले समाचारपत्र ‘मिलाप’ में छपी थी.

  8. Vishnu Prabhakar (21 June 1912 – 11 April 2009) was a Hindi writer. He had several short stories, novels, plays and travelogues to his credit. Prabhakar's works have elements of patriotism, nationalism and messages of social upliftment. He was the First Sahitya Academy Award winner from Haryana. [1]

  9. Jun 21, 2021 · (अपडेटेड 21 जून 2021, 9:07 AM IST) विष्णु प्रभाकर हिंदी के यशस्वी साहित्यकार हैं, जिन्होंने साहित्य के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. वे मानो सिर से पैर तक साहित्यकार हैं जिनका ओढ़ना-बिछौना साहित्य ही था. सच पूछिए तो उनके जीवन की एक-एक सांस साहित्य के रंग में रंगी है, एक-एक क्षण सृजन के आलोक से आलोकित है.

  10. विष्णु प्रभाकर. परिचय. जन्म : 21 जून 1912, मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) भाषा : हिंदीविधाएँ : उपन्यास, कहानी, नाटक, निबंध, कविता, संस्मरण, बाल ...