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  1. कृष्णदेवराय के राज्य में शिक्षाप्रद, विद्वत, विनम्र और पात्र के तेनालीराम की हास-परिहास की संकलन. सत्य, सहिष्णुता, नीति, समाज की परख का भेद बताते हुए ये कहानियां आपके

    • तेनालीराम और महाराज की खांसी
    • तेनालीराम और संपत्ति का बंटवारा
    • तेनालीराम और बेशकीमती फूलदान
    • तेनालीराम और दूत का उपहार
    • तेनालीराम और महान पुस्तक
    • तेनालीराम और खूंखार घोड़ा
    • तेनालीराम और दो चोर
    • तेनालीराम और मनहूस आदमी
    • तेनालीराम और अदृश्य वस्त्र
    • Tenali Raman Stories in Hindi # 12 : स्वर्ग की कुंजी
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    सर्दियों का मौसम था. मौसम की मार विजयनगर की प्रजा जुकाम के रूप में झेल रही थी. राजा कृष्णदेव राय भी इससे बच न सके और उन्हें भी जुकाम हो गया. नाक बहने के साथ-साथ खांसी से भी उनका बुरा हाल था. राज वैद्य बुलाये गये. राज वैद्य ने महाराज को औषधि दी और परहेज़ करने का परामर्श दिया. अचार, दही और खट्टे खाद्य पदार्थ खाने की महाराज को मनाही थे. किंतु महाराज कह...

    एक गाँव में एक वृद्ध जमींदार रहता था. उसकी बहुत उम्र हो चली थी. एक बार जब वह बीमार पड़ा, तो उसे लगा कि अब उसके जाने का समय आ गया है. उसके तीन पुत्र थे. उसने तीनों को अपने पास बुलवाया. जब तीनों पुत्र वृद्ध व्यक्ति के पास एकत्रित हुए, तो वो बोला, “पुत्रों! लगता है मेरा जाने का समय आ गया है. मैंने तुम्हें एक बात बताने के लिए अपने पास बुलाया है. जब मैं ...

    राजा कृष्णदेव राय के जन्मदिन के अवसर राजमहल में बहुत बड़े भोज का आयोजन किया गया. पड़ोसी राज्य के कई मित्र राजा उस शुभ अवसर पर महाराज को बधाई देने पहुँचे और उन्हें एक से बढ़कर एक बेशकीमती उपहार दिए. सभी उपहारों में महाराज को सबसे ज्यादा प्रिय चार फूलदान थे. वे रत्न-जड़ित फूलदान कला का उत्कृष्ट नमूना थे. महाराज ने उन्हें अपने शयन कक्ष में रखवाया और एक से...

    एक बार विजयनगर राज्य के राजा कृष्णदेव राय के दरबार में उनके मित्र पड़ोसी राज्य के राजा का दूत संदेश लेकर आया. वह अपने साथ ढेरों उपहार भी लेकर आया, जो पड़ोसी राजा ने भिजवाये थे. दूत विजयनगर में तीन दिन तक रुका. इन तीन दिनों में विजयनगर के राजदरबारियों द्वारा उसकी आव-भगत में कोई कमी नहीं रखी गई. वापस जाने वाले दिन जब दूत राजा कृष्णदेव राय से मिलने आया,...

    राजा कृष्णदेव राय के दरबार में अक्सर ज्ञानी विद्वान पंडितों के मध्य विभिन्न विषयों पर चर्चा हुआ करती थी. समय-समय पर विभिन्न राज्यों से भी विद्वान पुरुष दरबार में आते और अपने ज्ञान का परिचय देते थे. राजा भी उनके आव-भगत और सम्मान में कोई कसर नहीं छोड़ते थे. एक बार एक व्यक्ति राजा कृष्णदेव राय के दरबार में उपस्थित हुआ. वह स्वयं को महान ज्ञाता और विद्वा...

    एक दिन राजा कृष्णदेव राय के दरबार में अरब देश का एक व्यापारी आया. उसके पास एक से बढ़कर एक अरबी घोड़े थे. व्यापारी ने हट्ठे-कट्ठे और तंदरुस्त अरबी घोड़ों की राजा कृष्णदेव राय के सामने इतनी तारीफ़ की कि उन्होंने फ़ौरन उन घोड़ों को ख़रीदने का मन बना लिया. अच्छी कीमत देकर व्यापारी से सारे घोड़े खरीद लिए गए. व्यापारी ख़ुशी-ख़ुशी वापस चला गया. महाराज बहुत ख़ुश थे. ...

    राजा कृष्णदेवरायसमय-समय पर कारागृह का निरीक्षण करते रहते थे. इसी क्रम में जब एक दिन वे कारागृह का निरीक्षण कर रहे थे, तो एक कोठरी में बंद दो चोर उनके सामने हाथ जोड़कर खड़े हो गए और दया की भीख मांगने लगे. वे कहने लगे, “महाराज, हम चोरी में माहिर है. चोरी के हर पैंतरे जानते हैं. राज्य के चोरों के बारे भी जानकारी रखते हैं. यदि आप दया कर हमें छोड़ देंगे, त...

    विजयनगर राज्य के एक गाँव में रमैया नामक व्यक्ति रहता था. गाँव के सभी लोग उसे मनहूस मानते थे. उनका मानना था कि यदि सुबह उठकर किसी ने सबसे पहले रमैया का चेहरा देख लिया, तो उसे पूरे दिन भोजन नसीब नहीं होगा. जब यह बात महाराज कृष्णदेव राय तक पहुँची, तो उन्होंने इसकी वास्तविकता जानने का निर्णय लिया. उस रात रमैया को राजमहल बुलाया गया और महाराज के कक्ष के ...

    एक दिन राजा कृष्णदेव राय के राज दरबार में एक स्त्री आई. वह सौंदर्य की प्रतिमूर्ति थी. उसका सौंदर्य देख हर कोई मंत्र-मुग्ध रह गया. स्त्री राजा का सादर अभिवादन कर बोली, “महाराज, मैं एक बुनकर हूँ. मैं हर प्रकार की बुनाई में पारंगत हूँ और अपने सहयोगियों के साथ जादुई वस्त्र निर्मित करने की दिशा में प्रयोग कर रहे हैं. अपने बुने वस्त्र का एक नमूना मैं आपक...

    एक बार विजयनगर में एक साधु का आगमन हुआ. वह नगर के बाहर एक पेड़ के नीचे बैठकर साधना करने लगा. विजयनगर में उसके बारे में यह बात प्रसारित हो गई की वह एक सिद्ध साधु है, जो चमत्कार कर सकता है. सभी लोग उसके दर्शन के लिए धन, भोजन, फल-फूल के चढ़ावे के साथ जाने लगे. तेनाली राम को जब इस संबंध में ज्ञात हुआ, तो वह भी साधु से मिलने पहुँचा. वहाँ पहुँचकर उसने देखा...

    तेनाली राम की जीवन का प्रकाशित कहानियाँ के समुदाय में हैं. काली मंदिर में काली माता का भयंकर स्वरुप देखने के कारण से तेनाली राम को काली माता की आशीर्वाद मिला है.

  2. Jun 24, 2023 · Tenali Raman Best Stories In Hindi – तेनालीराम का जन्म 16वीं शताब्दी में भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के गुंटूर जिले के गरलापाडु गांव में एक तेलुगु ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वह एक प्रख्यात कवि और तेलुगु साहित्य के महान विद्वान थे।.

  3. Jul 9, 2021 · तेनालीराम स्टोरी इन हिंदी (Story of Tenali Rama in Hindi): भारत एक ऐसा देश है, जहां पर कई महान और बुद्धिमान व्यक्तियों ने जन्म लिया है और इनकी बुद्धि का लोहा सबने माना है। इन महान लोगों के चतुराई और व्यक्तित्व से जुड़े कहानी-किस्से हर किसी को रोमांचित करने के साथ ही प्रभावित भी करते है। भारतीय इतिहास में ऐसे कई व्यक्ति हुए है, जिनकी कहानियां आज भ...

  4. Apr 27, 2021 · उधार का बोझ (short tenali raman stories in hindi) एक बार किसी वित्तीय समस्या में फंसकर तेनालीराम ने राजा कृष्णदेव राय से कुछ रुपए उधार लिए थे। समय बीतता गया ...

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  5. विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय के महान कवि तेनालीराम की लोककथाएं का समुल्लेख. तेनालीराम की कुछ प्रसिद्द, कुछ प्रसिद्द कहानियां और कुछ प्रसिद्द कहानियां का प्रस्तुत करें.

  6. प्रतिलिपि पर पढ़ें तेनाली राम की अद्भुत कहानियां, जिन्हें बुद्धिमत्ता और हाज़िरजवाबी से महाराज कृष्णदेव को परिचित करने के लिए क

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