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  1. परिमल, अर्चना, सांध्य काकली, अपरा , गीतिका, आराधना, दो शरण, रागविराग, गीत गुंज, अणिमा, कुकुरमुत्ता. विविध. छायावाद के चार प्रमुख स्तंभों ...

  2. May 3, 2023 · suryakant tripathi nirala ki kavita. मैं अकेला (suryakant tripathi nirala ki kavita) मैं अकेला; देखता हूँ, आ रही. मेरे दिवस की सान्ध्य बेला ।. पके आधे बाल मेरे. हुए निष्प्रभ गाल मेरे, चाल मेरी मन्द होती आ रही, हट रहा मेला ।. जानता हूँ, नदी-झरने. जो मुझे थे पार करने, कर चुका हूँ, हँस रहा यह देख, कोई नहीं भेला [1] ।.

  3. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' (२१ फरवरी १८९६-१५ अक्टूबर १९६१) का जन्म बंगाल की रियासत महिषादल (जिला मेदिनीपुर) में हुआ था। वह हिन्दी कविता के छायावादी युग के चार ...

  4. हिंदी साहित्य में कविताएँ का सभी संग्रह हिन्दवी पर उपलब्ध है

  5. कविता कोश से जुड़ें. तोड़ती पत्थर / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" भ्रमण खोज. सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" » अनामिका » वह तोड़ती पत्थर; देखा मैंने उसे इलाहाबाद के पथ पर- वह तोड़ती पत्थर।. कोई न छायादार. पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार; श्याम तन, भर बंधा यौवन, नत नयन, प्रिय-कर्म-रत मन, गुरु हथौड़ा हाथ, करती बार-बार प्रहार:-

  6. Apr 21, 2024 · सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की कविताएं हिंदी साहित्य के क्षेत्र में विशेष स्थान रखती हैं। सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी हिन्दी साहित्य के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। छायावादी युग के चार प्रमुख हस्ताक्षर जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पन्त, महादेवी वर्मा और सूर्यकांत त्रिपाठी निराला हैं। महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की रचनाएँ ...

  7. Jun 21, 2023 · suryakant tripathi nirala ki kavita. आज हम इस काव्य संग्रह मे सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की 5 प्रसिध्द कविताये (suryakant tripathi nirala poems) को पढेंगे।. विषय सूची. निराला जी की प्रसिध्द कविताये | suryakant tripathi nirala poems in Hindi. Nirala Poems 1: गीत गाने दो मुझे. Nirala Poems 2: अभी न होगा मेरा अन्त. Nirala Poems 4: जल्द-जल्द पैर बढ़ाओ.

  8. Suryakant Tripathi (21 February 1899 – 15 October 1961) was an Indian poet, writer, composer, and sketch artist who wrote in Hindi. He is considered one of the four major pillars [ a ] of the Chhayavad period in Hindi literature.

  9. Suryakant Tripathi Nirala (21 February 1896–15 October 1961) was born in a Brahmin family of Midnapore in Bengal (originally from Gadhakola, Unnao,Uttar Pradesh). He was one of the most famous figures of the modern Hindi literature.

  10. 21 फरवरी के दिन हिन्दी जगत के प्रसिद्ध साहित्यकार सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' (Suryakant Tripathi Nirala) का जन्मदिवस मनाया जाता है। निराला जी देवी ...