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  1. सूरदास ( संस्कृत : सूरदास , रोमानी भाषा में : सूरदास ) 16वीं सदी के हिंदू भक्ति कवि और गायक थे, जो भगवान कृष्ण की प्रशंसा में लिखे गए अपने कार्यों के लिए जाने जाते थे। वह कृष्ण के वैष्णव भक्त थे, और वह एक श्रद्धेय कवि और गायक भी थे।. [1] श्री कृष्ण और सूरदास जी. जीवन परिचय सूरदास .

  2. Krishna Devotee Surdas Biography, History, Poetry and Stories Related to Him in Hindi | कृष्ण भक्त सूरदास की जीवनी, इतिहास, रचनाएँ और उनसे जुडी कहानियाँ

  3. सूरदास का जन्म 1478 ईस्वी में रुनकता नामक गाँव में हुआ। यह गाँव मथुरा-आगरा मार्ग के किनारे स्थित है। कुछ विद्वानों का मत है कि सूर का जन्म सीही नामक ग्राम में एक निर्धन सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बाद में ये आगरा और मथुरा के बीच गऊघाट पर आकर रहने लगे थे। सूरदास के पिता रामदास गायक थे। सूरदास के जन्मांध होने के विषय में मतभेद है। प्रारंभ ...

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  4. हिन्दी साहित्य के भक्तकालीन कवियों में सूरदास (Surdas) का स्थान सर्वोपरि है। सूरदास (Surdas) भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य उपासक थे. ये ब्रजभाषा के सर्वश्रेष्ठ कवि माने जाते हैं। सूरदास (Surdas)जी को वात्सल्य रस का सम्राट माना जाता है। उन्होंने श्रृंगार और शान्त रसों का भी बड़ा मर्मस्पर्शी वर्णन किया है.

  5. विशेष तथ्य(Surdas in Hindi) 1. सूरदास जी को ’खंजननयन, भावाधिपति, वात्सल्य रस सम्राट्, जीवनोत्सव का कवि पुष्टिमार्ग का जहाज’ आदि नामों (विशेषणों ...

  6. Jan 24, 2024 · दरअसल सूरसागर की रचना सूरदास जी ने ही की थी। सूरसागर को हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है। माना जाता है कि इस ग्रंथ को 15 वीं ...

  7. सूरश्याम मंदिर, सूरकुटी, सूर सरोवर, आगरा. सूरदास की जीवनी के सम्बन्ध में कुछ बातों पर काफ़ी विवाद और मतभेद हैं। सबसे पहली बात उनके नाम ...