Yahoo India Web Search

Search results

  1. Mar 24, 2019 · प्रश्न 1. पावस ऋतु में प्रकृति में कौन-कौन से परिवर्तन आते हैं? कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए।. उत्तर- पावस ऋतु में प्रकृति में बहुत-से मनोहारी परिवर्तन आते हैं।. जैसे- पर्वत, पहाड़, ताल, झरने आदि भी मनुष्यों की ही भाँति भावनाओं से ओत-प्रोत दिखाई देते हैं।. पर्वत ताल के जल में अपना महाकार देखकर हैरान-से दिखाई देते हैं।.

  2. CBSE Class 10 Hindi Chapter 4 “Parvat Pravesh Mein Pavas”, Line by Line Explanation along with Difficult Word Meanings from Sparsh Bhag 2 Book.

  3. Download a FREE PDF of NCERT Solutions for Class 10 Hindi (Sparsh) Chapter 4 Parvat Pradesh Mein Pavas, prepared by our master teachers, with easy-to-understand explanations.

  4. Parvat Pradesh Mein Paavas (पर्वत प्रदेश में पावस)– CBSE Class 10 Hindi Lesson summary with detailed explanation of the lesson ‘Parvat Pradesh Mein Pavas’ by Sumitranandan Pan along with meanings of difficult words. Given here is the complete explanation of the lesson, along with summary and all the ...

  5. Mar 20, 2020 · पर्वत प्रदेश में पावस कविता का सार- Parvat Pradesh Mein Pavas Meaning : प्रस्तुत कविता में कवि सुमित्रानंदन पंत जी ने प्रकृति का बड़ा ही सजीव चित्रण किया है। उनकी कविता को पढ़ कर घर की चारदीवारी के अंदर बैठा हुआ व्यक्ति भी किसी पर्वत की चोटी को महसूस कर सकता है। जिसने कभी पर्वत, वन, झरने नहीं देखे, वो पंत जी की भी सुमित्रानंदन इस अद्भुत कविता के ज़...

  6. Feb 6, 2022 · प्रस्तुत कविता में पर्वतीय प्रदेश में वर्षा ऋतु का वर्णन किया गया है । पर्वतीय प्रदेश में वर्षा ऋतु आने पर प्रकृति क्षण – क्षण में अपना रूप बदलती रहती है । कवि ने ऐसी ही अपनी एक अनुभूति को कविता के रूप में अभिव्यक्त करते हुए तालाब और झरनों का सुंदर ढंग से चित्रण किया है । कवि ने पहाड़ों को मानवीकृत रूप में चित्रित करते हुए उनकी ( पहाड़ों ) चोटी ...

  7. NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter 5 Parvat Pradesh Me.pdf Author: https://www.studiestoday.com Subject: NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter 5 Parvat Pradesh Me Keywords: NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter 5 Parvat Pradesh Me Created Date: 20171013170053Z

  1. People also search for