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  1. मोहनदास करमचन्द गांधी (जन्म: 2 अक्टूबर 1869 - निधन: 30 जनवरी 1948) जिन्हें महात्मा गांधी के नाम से भी जाना जाता है [37], भारत एवं भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार करने के समर्थक अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के स...

  2. Feb 1, 2017 · जानिए महात्मा गाँधी के बारे में, महात्मा गाँधी की जीवनी, शिक्षा- दीक्षा तथा मोहनदास करमचन्द गाँधी का जीवन चक्र। Biography of Mahatma Gandhi in Hindi.

  3. भारत छोड़ो आन्दोलन. भारत छोड़ो आन्दोलन, द्वितीय विश्वयुद्ध के समय 8 अगस्त 1942 को आरम्भ किया गया था। [1] यह एक आन्दोलन था जिसका लक्ष्य ...

  4. गांधी परिवार मोहनदास करमचंद गांधी (2 अक्टूबर 1869 - 30 जनवरी 1948) का परिवार है, जिन्हें आमतौर पर महात्मा गांधी के नाम से जाना जाता है ...

    • महात्मा गाँधी जी का प्रारंभिक सत्याग्रह 1917
    • महात्मा गाँधी का चंपारण सत्याग्रह –
    • खेड़ा सत्याग्रह 1918 –
    • अहमदाबाद मिल हड़ताल –
    • खिलाफत आंदोलन –
    • असहयोग आंदोलन 1920 –
    • चोरी चोरा कांड –
    • असहयोग आंदोलन के पश्चात –
    • नेहरू समिति रिपोर्ट की सिफारिशें –
    • साइमन कमीशन –
    चंपारण सत्याग्रह उस समय किसानों को एक अनुबंध 3/20 वें ( 20 कट्ठा में 3 कट्ठा ) भाग पर नील की खेती करने के लिए बाध्य किया गया , उसे तीन कठियापद्धति कहते हैं।
    किसान इससे छुटकारा चाहते थे इसके लिए राजकुमार शुक्लने महात्मा गाँधी जी को आमंत्रित किया।
    तब महात्मा गाँधी जी ने सत्याग्रह शुरू किया।
    सरकार जो की जांच के लिए आयोग का गठन किया गया , तब इस पद्धति को समाप्त किया गया।
    सत्याग्रह की प्रेरणा महात्मा गाँधी ने डेविड थोरो के निबंध डिसऑबेडिएंस से ली थी।
    महात्मा गाँधी जी ने सत्याग्रह का प्रथम प्रयोग दक्षिण अफ्रीका में किया था।
    9 जनवरी 1918 गांधी जी दक्षिण अफ्रीका से भारत आए।
    राजनीतिक गुरु गांधी जी के गुरु गोपाल कृष्ण गोखले थे।
    1918 में गुजरात के खेड़ा जिले में भीषण अकाल पड़ा।
    बावजूद उसके सरकार ने मालगुजारी प्रक्रिया बंद नहीं की।
    अपितु 23% और वसूली बढ़ा दी , जबकि राजस्व व्यवस्था के अनुसार यदि फसल का उत्पादन कुल उत्पादन से एक चौथाई से कम हो तो किसानों का कर्ज पूरी तरह माफ कर देना चाहिए।
    इस पर महात्मा गाँधी जी ने घोषणा की यदि सरकार गरीब किसानों का कर्ज माफ कर दे तो सक्षम किसान स्वयं  इच्छा से ‘कर’ ( टेक्स )  का भुगतान करेंगे।
    यह आंदोलन भारतीय कपड़ा मिल मालिकों के विरोध में था।
    यहां पर मजदूरों के बोनस को लेकर महात्मा गाँधी जी ने भूख हड़ताल करने को कहा तथा स्वयं भी भूख हड़ताल की।
    यह उनकी पहली भूख हड़ताल थी , उसके फलस्वरूप मिल मालिक समझौते को तैयार हो गए।
    इस मामले को एक ट्रिब्यूनल को सौंपा गया , जिसने मजदूरों का पक्ष लेते हुए 35% बोनस देने का फैसला सुनाया।
    1919 से 1924 तक पुणे में तुर्की में खलीफा के पद की स्थापना करने के लिए अंग्रेजों पर दबाव बनाना।
    रोलेट बिल जलियांवाला बाग के फलस्वरूप अखिल भारतीय खिलाफत कमेटीने खिलाफत आंदोलन का संगठन किया।
    1919 में कांग्रेस की स्थिति बेहत दयनीय थी उसकी स्थिति को सुधरने के लिए गाँधी जी ने कांग्रेस का दामन संभाला।
    गाँधी जी ने हिन्दू मिस्लिम को एक साथ करने का सफल प्रयास किया।
    असहयोग आंदोलन में शांति और अहिंसा को मुख्य रूप से हथियार बनया गया।
    किन्तु जलियावाला बाग़ कांड से आहत महात्मा गाँधी जी ने यह आंदोलन वापस ले लिया।
    श्री चिमनलाल सीतलवाड़ के अनुसार – वायसराय लॉर्ड  रीडिंग कुर्सी पर हताश बैठ गया और अपने दोनों हाथों सिर थाम कर फूट पड़ा।
    उस आंदोलन ने ब्रिटिश राज्य की जड़ों पर प्रहार किया।
    यह आंदोलन १९२० से आरम्भ हुआ।
    चौरी – चौरा उत्तर प्रदेश में , 4 फरवरी 1922 गोरखपुर के पास एक कस्बा है।
    गाँधी जी ने आग्रह किया था की यह आंदोलन पूर्ण रूप से अहिंसक होना चाहिए।
    यहां 4 फरवरी 1922 में भारतीय आंदोलनकारियों ने ब्रिटिश सरकार की एक पुलिस चौकी को आग लगा दी।

    नेहरू रिपोर्ट 1928 लॉर्ड बर्कन हेड भारत सचिव ने राष्ट्रीय नेतृत्व को एक ऐसा संविधान बनाने की चुनौती दी जिसे सभी स्वीकार करें 1927 के मद्रास अधिवेशन में यह तय किया गया कि अन्य राजनीतिक दलों की सहमति...

    भारत को डोमीनियन स्टेट का दर्जा दिया जाए।
    संप्रदायिक निर्वाचन प्रणाली को समाप्त किया जाए।
    संयुक्त निर्वाचन प्रणाली अपनाई जाए।
    भारत में धर्मनिरपेक्ष राज्य होगा किंतु अल्पसंख्यकों के धार्मिक एवं सांस्कृतिक हितों का पूर्ण संरक्षण होगा।
    1919 के भारत शासन अधिनियम की समीक्षा के लिए इस आयोग का गठन 1927 में किया गया।
    अध्यक्ष  – सर जॉन साइमन थे।
    विरोध का कारण  – इस आयोग में एक भी भारतीय नहीं था , इसलिए भारतीयों को लगता था कि इसकी रिपोर्ट में पक्षपात होगा और अंग्रेजो के हितों का ध्यान रखा जाएगा।
    बहिष्कार का निर्णय  – कांग्रेस के मद्रास अधिवेशन 1927 में एम. ए. अंसारी की अध्यक्षता में।
  5. Oct 1, 2021 · गांधी जी का जन्म पश्चिमी भारत में गुजरात के एक तटीय पोरबंदर नामक स्थान पर 02 अक्टूबर 1869 को हुआ था। उनके पिता करमचंद गांधी जी कट्टर हिन्दू एवं ब्रिटिश सरकार के अधीन गुजरात में काठियावाड़ की छोटी रियासत पोरबंदर के प्रधानमंत्री थे। बाद में वो उनके पिता जी सनातन धर्म की पंसारी जाती से सम्बन्ध रखते थे। वैसे गुजराती भाषा में गांधी का मतलब पंसारी से ...

  6. प्रारंभिक जीवन. मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर, वर्तमान भारतीय राज्य गुजरात में हुआ था। उनके पिता करमचंद गांधी पोरबंदर के दीवान थे. उनकी गहरी धार्मिक मां वैष्णव (हिंदू भगवान विष्णु की पूजा) की पूजा के लिए समर्पित थे.