Yahoo India Web Search

Search results

  1. छंद का अर्थ है - खुश करना या किसी विषय पर रचना को जो अंग में मात्रा, यति, गति, तुक, गण से नियोजित है। छंद के प्रकार, पद्य के प्रकार, मात्रा के प्रकार

  2. छंद के निम्नलिखित अंग होते हैं - गति - पद्य के पाठ में जो बहाव होता है उसे गति कहते हैं।. यति - पद्य पाठ करते समय गति को तोड़कर जो विश्राम दिया जाता है उसे यति कहते हैं।. तुक - समान उच्चारण वाले शब्दों के प्रयोग को तुक कहा जाता है। पद्य प्रायः तुकान्त होते हैं।.

  3. Mar 12, 2024 · छंद शब्द ‘ चद् ‘ धातु से बना है जिसका अर्थ है ‘ आह्लादित करना ‘, ‘ खुश करना ‘। यह आह्लाद वर्ण या मात्रा की नियमित संख्या के विन्यास से उत्पन्न होता है। इस प्रकार, छंद की परिभाषा होगी- वर्णों या मात्राओं के नियमित संख्या के विन्यास से यदि आह्लाद पैदा हो, तो उसे छंद कहते हैं।.

  4. Feb 21, 2023 · छन्द का अर्थ एवं परिभाषा जिस काव्य में वर्ण और मात्रा-गणना, यति (विराम) एवं गति का नियम तथा चरणान्त में समता हो, उसे ‘छन्द’ कहते हैं ...

  5. “मात्रा और वर्ण आदि के विचार से होने वाली वाक्य-रचना को छंद कहते हैं।” [1] छंद में प्रायः 4 चरण होते हैं। “छंद का प्रथम चर्चा ‘ऋगुवेद’ में मिलता है।” [2] छंद-शास्त्र के आदि प्रणेता आचार्य पिंगल ऋषि माने जाते हैं। इसलिए छंद को ‘पिंगल’ भी कहा जाता है। पिंगलाचार्य के ‘छंदसूत्र’ में छंद का सुसम्बद्ध वर्णन होने के कारण इसे छंदशास्त्र का आदि ग्रंथ मान...

  6. Aug 28, 2023 · इस आर्टिकल में हम हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण टॉपिक छंद (Chhand kya hai in hindi) के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे। जब शब्द रचना, वर्णों की संख्या, अक्षरों की संख्या और क्रम, मात्रा की गणना आदि के अनुसार नियोजित हो, उसे छंद कहते हैं।.

  7. अगर आप हिंदी कविता के विभिन्न छंदों को समझना और सीखना चाहते हैं, तो यह ...

    • 43 min
    • 409.1K
    • STUDY 91