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  1. बाबू श्यामलाकांत लेखक के मित्र थे। वह स्वभाव से सीधे-सादे, परिश्रमी किन्तु लापरवाह किस्म के आदमी थे। उन्होंने बच्चों की फौज़ खड़ी कर ली थी। लेखक से छोटे होने के बावजूद भी उनके सात बच्चे थे। बेटे को नौकरी नहीं मिल पाई थी। पत्नी भी बीमार ही रहती थी। बड़ा परिवार होने के कारण उनके परिवार के सदस्य सुख सुविधाओं से वंचित थे।. कहानी के मुख्य बिंदु.

  2. हरिद्वार में बाबू श्यामलाकांत का बड़ा पुत्र दीनानाथ लेखक को लेने आया था। वह अपनी पढ़ाई पूरी कर चुका था। रोजगार के कार्यालय में नाम लिखवा चुका था ,परन्तु उसे कहा गया था कि वह नौकरी की शीघ्र आशा न करे ,पहले ही बहुत भीड़ है।.

  3. Jan 25, 2022 · ICSE All Chapters - https://www.youtube.com/playlist?list=PLAiPlLOsAKaqNptM2jLIYYlzT7LGXioPkMy Second Channel - https://www.youtube.com/channel/UCIV78R-UEF0B...

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    • 540.7K
    • English For All
  4. Apr 6, 2024 · बढ़ती हुई जनसंख्या के प्रति जनता के मन में जागरूकता लाने के लिए इस निबंध की रचना की गई है । लेखक ने , अपने अपने मित्र श्यामलाकांत के परिवार के माध्यम से बढ़ती हुई जनसंख्या से उत्पन्न होने वाले संकटों और समस्याओं की ओर लेखक का ध्यान आकर्षित करवाया है, घरों, दफ्तरों, राशन की लाइनों, स्टेशनों, सड़कों आदि का उदाहरण देकर यह समझाया है कि बढ़ती हुई आबा...

    • Hindi
    • भीड़ में खोया आदमी-Bheed Mein Khoya Aadmi PDF
    • Education & Jobs
    • 0.72 MB
  5. Jan 23, 2023 · उसकी चरित्रगत विशेषताएँ लिखें।. उत्तर : लेखक के मित्र बाबू श्यामलाकांत ने अपने घर में बच्चों की एक फौज खड़ी कर ली है। वे बहुत ही सीधे-सादे, परिश्रमी और ईमानदार व्यक्ति हैं। वे अपनी निजी जिंदगी में बहुत लापरवाह हैं। उनका परिवार बड़ा परिवार है। अपने अनियोजित परिवार के कारण उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।.

  6. For ICSE Board Class 9 and Class 10 Bheed Mien Khoya Aadmi Sahitya Sagar Chapter / Story explanation in Hindi Nibhand / composition written by Liladhar Shar...

    • 23 min
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  7. Bhed me Khoya Aadmi | भीड़ में खोया आदमी । Sahitya Sagar ICSE Class 10 | @ Sir Tarun Rupani#BhedMeKhoyaAadmi#sirtarunrupani #icseclass10Link for Sir Tarun Rup...

    • 9 min
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    • Sir Tarun Rupani