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Hanuman Chalisa Hindi Lyrics. दोहा. श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।. बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥. बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं ...
श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa Hindi. Advertiesment. हर मंगलवार 11 बार पढ़ें श्री हनुमान चालीसा, निश्चित दूर होगी हर समस्या. हनुमानजी बंदर या वानर थे या ...
6 days ago · Hanuman Chalisa (श्री हनुमान चालीसा) Get Shree/Shri Hanuman Chalisa Lyrics with Song Jai Hanuman gyan gun sagar in Hindi and English with video at Dharmsaar. श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मन मुकुरु सुधारि। बरनऊँ रघुबर ...
हनुमान पूजा के लिए पूर्ण आकार का श्री हनुमान यन्त्र वॉलपेपर यहाँ प्रदान किया गया है। उक्त चित्र को मुद्रित करवाकर, पूजा के लिये ...
श्री हनुमान चालीसा. दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।. बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।. बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।. बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।. चौपाई : जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।. जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।. रामदूत अतुलित बल धामा।. अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।. महाबीर बिक्रम बजरंगी।.
हनुमान चालीसा (हिंदी में) ।। दोहा ।।. श्रीगुरु चरन सरोज रज,निजमन मुकुरु सुधारि।. बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।।. बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।. बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।. ।। चौपाई ।।. जय हनुमान ज्ञान गुण सागर ।. जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥. राम दूत अतुलित बल धामा ।. अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥.
Jun 25, 2018 · There is an ode dedicated to Hanuman, known as the Hanuman Chalisa. It is a poem of 40 stanzas (Chaupayees) and talks about the strength, generosity, and intelligence of Hanuman. Hanuman Chalisa shows how the legendary figure surpasses everyone.
Shri Hanuman Chalisa (English Lyrics & PDF) – श्री हनुमान चालीसा लिरिक्स (हिन्दी & PDF) – ॥ दोहा॥
Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi. ॥ दोहा॥. श्रीगुरु चरन सरोज रज. निज मनु मुकुरु सुधारि ।. बरनउँ रघुबर बिमल जसु. जो दायकु फल चारि ॥. बुद्धिहीन तनु जानिके. सुमिरौं पवन-कुमार ।. बल बुधि बिद्या देहु मोहिं. हरहु कलेस बिकार ॥. ॥ चौपाई ॥. जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।. जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥1॥. राम दूत अतुलित बल धामा ।. अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥2॥.
श्री हनुमान चालीसा. श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।. बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।. बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।. बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।. ।। चौपाई ।।. जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।. जय कपीस तिहुं लोक उजागर। 1।. रामदूत अतुलित बल धामा।. अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा। 2।. महाबीर बिक्रम बजरंगी।.