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Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi VishwaVidyalaya,Wardha (A Central University established by an Act of Parliament in 1997)
Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi VishwaVidyalaya,Wardha (A Central University established by an Act of Parliament in 1997)
महात्मा गांधी के सपनों के भारत में एक सपना राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी को प्रतिष्ठित करने का भी था। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रभाषा के बिना कोई भी राष्ट्र गूँगा हो जाता है। नागपुर में आयोजित प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन (10-14 जनवरी,1975) में यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि संयुक्त राष्ट्रसंघ में हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्थान दिया जाए तथ...
The purpose of the act was to establish and incorporate a teaching university for the promotion and development of Hindi language and literature, through teaching and research, with a view to enabling Hindi to achieve greater functional efficiency and recognition as a major international language.
नई पहल. हिंदी विशेषज्ञ सूचना बैंक. हिंदी के समकालीन रचनाकार. कर्मचारी सहकारी साख संस्था मर्यादित. आवासीय लेखक (राइटर-इन-रेजीडेंस) प्रो. कृष्ण कुमार सिंह.
उद्देश्य: क्षेत्रीय, राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में हिंदी का सम्यक विकास।. हिंदी को वैश्विक भाषा के रूप में मान्यता दिलाने का सुसंगत प्रयास।. महात्मा गांधी के मानवतावादी मूल्यों; यथा – शांति, अहिंसा, सत्य, धर्मनिरपेक्षता, आदि का उन्नयन, स्थापन एवम् प्रसार।.
Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi Vishwavidyalaya, Wardha is a Central University established by Parliament of India by an Act No. 3 of 1997. It is located at Wardha, Maharashtra. It is 70 kms. away from Nagpur.