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  1. The Indian Rebellion of 1857 was a major uprising in India in 1857–58 against the rule of the British East India Company, which functioned as a sovereign power on behalf of the British Crown. [ 4 ][ 5 ] The rebellion began on 10 May 1857 in the form of a mutiny of sepoys of the company's army in the garrison town of Meerut, 40 mi (64 km) northea...

    • विद्रोह
    • विद्रोह के कारण
    • सैन्य कारण
    • तात्कालिक कारण
    • विद्रोह के केंद्र
    • दमन और विद्रोह
    • विद्रोह की असफलता के कारण
    • विद्रोह का परिणाम
    • निष्कर्ष
    • 1857 के विद्रोह पर लिखी गई पुस्तकें
    यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ संगठित प्रतिरोध की पहली अभिव्यक्ति थी।
    यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना के सिपाहियों के विद्रोह के रूप में शुरू हुआ, लेकिन जनता की भागीदारी भी इसने हासिल कर ली।
    विद्रोह को कई नामों से जाना जाता है: सिपाही विद्रोह (ब्रिटिश इतिहासकारों द्वारा), भारतीय विद्रोह, महान विद्रोह (भारतीय इतिहासकारों द्वारा), 1857 का विद्रोह, भारतीय विद्रोह और स्वतंत्रता का पहला युद...

    राजनीतिक कारण 1. अंग्रेज़ों की विस्तारवादी नीति:1857 के विद्रोह का प्रमुख राजनैतिक कारण अंग्रेज़ों की विस्तारवादी नीति और व्यपगत का सिद्धांत था। 2. बड़ी संख्या में भारतीय शासकों और प्रमुखों को हटा दिया गया, जिससे अन्य सत्तारुढ़ परिवारों के मन में भय पैदा हो गया। 2.1. रानी लक्ष्मी बाई के दत्तक पुत्र को झाँसी के सिंहासन पर बैठने की अनुमति नहीं थी। 2.2....

    1857 का विद्रोह एक सिपाही विद्रोह के रूप में शुरू हुआ:
    उनसे अपने घरों से दूर क्षेत्रों में काम करने की अपेक्षा की जाती थी।
    1857 के विद्रोह के तात्कालिक कारण सैनिक थे।
    लॉर्ड कैनिंग ने इस गलती के लिये संशोधन करने का प्रयास किया और विवादित कारतूस वापस ले लिया गया लेकिन इसकी वजह से कई जगहों पर अशांति फैल चुकी थी।
    मार्च 1857 को नए राइफल के प्रयोग के विरुद्ध मंगल पांडे ने आवाज़ उठाई और अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर हमला कर दिया था।

    विद्रोह पटना से लेकर राजस्थान की सीमाओं तक फैला हुआ था। विद्रोह के मुख्य केंद्रों में कानपुर, लखनऊ, बरेली, झाँसी, ग्वालियर और बिहार के आरा ज़िले शामिल थे।

    1857 का विद्रोह एक वर्ष से अधिक समय तक चला। इसे 1858 के मध्य तक दबा दिया गया था।
    मेरठ में विद्रोह भड़कने के 14 महीने बाद 8 जुलाई, 1858 को लॉर्ड कैनिंग द्वारा शांति की घोषणा की गई।
    सीमित प्रभाव:हालाँकि विद्रोह काफी व्यापक था, लेकिन देश का एक बड़ा हिस्सा इससे अप्रभावित रहा।
    प्रभावी नेतृत्व नहीं: विद्रोहियों में एक प्रभावी नेता का अभाव था। हालाँकि नाना साहेब, तात्या टोपे और रानी लक्ष्मीबाई आदि बहादुर नेता थे, लेकिन वे समग्र रूप से आंदोलन को प्रभावी नेतृत्व प्रदान नहीं...
    सीमित संसाधन: सत्ताधारी होने के कारण रेल, डाक, तार एवं परिवहन तथा संचार के अन्य सभी साधन अंग्रेज़ों के अधीन थे। इसलिये विद्रोहियों के पास हथियारों और धन की कमी थी।
    मध्य वर्ग की भागीदारी नहीं:अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त मध्यम वर्ग, बंगाल के अमीर व्यापारियों और ज़मींदारों ने विद्रोह को दबाने में अंग्रेज़ों की मदद की।
    कंपनी शासन का अंत:1857 का महान विद्रोह आधुनिक भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना था।
    ब्रिटिश राज का प्रत्यक्ष शासन: ब्रिटिश राज ने भारत के शासन की ज़िम्मेदारी सीधे अपने हाथों में ले ली।
    धार्मिक सहिष्णुता: अंग्रेज़ों ने यह वादा किया कि वे भारत के लोगों के धर्म एवं सामाजिक रीति-रिवाज़ों और परंपराओं का सम्मान करेंगे।
    प्रशासनिक परिवर्तन: भारत के गवर्नर जनरल के पद को वायसराय के पद से स्थानांतरित किया गया।

    1857 का विद्रोह भारत में ब्रिटिश शासन के इतिहास की एक अभूतपूर्व घटना थी। इसके कारण भारतीय समाज के कई वर्ग एकजुट हुए। हालाँकि विद्रोह वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने में विफल रहा लेकिन इसने भारतीय राष्ट्रवाद के बीज बो दिये।

    विनायक दामोदर सावरकर द्वारा द इंडियन वार ऑफ इंडिपेंडेंस
    पूरन चंद जोशी द्वारा रिबेलियन, 1857 ए सिम्पोज़िअम
    जॉर्ज ब्रूस मल्लेसन द्वारा द इंडियन म्यूटिनी ऑफ 1857
    क्रिस्टोफर हिबर्ट द्वारा ग्रेट म्यूटिनी
  2. Nov 2, 2020 · The Indian Mutiny of 1857-59 was a widespread but unsuccessful rebellion against the rule of British East India Company in India which functioned as a sovereign power on behalf of the British crown.

  3. १८५७ का भारतीय स्वाधीनता संग्राम. 1857-59 के भारतीय विद्रोह के प्रमुख केन्द्रों: मेरठ, दिल्ली, ग्वालियर, कानपुर, लखनऊ, झाँसी और जबलपुर को ...

  4. Sep 15, 2024 · The Revolt of 1857 was mainly concentrated across the vast portions of northern India, engulfing the peasantry and other civilian populations that stood side-by-side with their leaders. Many prominent leaders of the Revolt and common mass fought bravely with the British forces.

  5. There are various names for the revolt of 1857 – India’s First War of Independence, Sepoy Mutiny, etc. The revolt began on May 10, 1857, at Meerut as a sepoy mutiny. It was initiated by sepoys in the Bengal Presidency against the British officers. Revolt of 1857. Download PDF Here.

  6. Jun 25, 2024 · The Revolt of 1857, often dubbed theFirst War of Independence,” was a watershed moment in India’s colonial history. Originating from a sepoy mutiny in Meerut due to varied grievances, it rapidly expanded into a broad-based revolt.