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  1. Mar 20, 2020 · Ramdhari Singh Dinkar Poems In Hindi : राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविताएं वीरता, विद्रोह और क्रांति के शब्दों से भरी हुई हैं। उनकी कविताएं व्यक्ति ...

  2. कुरुक्षेत्र, उर्वशी, रेणुका, रश्मिरथी, द्वंदगीत, बापू, धूप छाँह, मिर्च का मज़ा, सूरज का ब्याह. विविध. काव्य संग्रह उर्वशी के लिये 1972 के ...

  3. Jul 11, 2023 · उन्होंने बहुत सारी मशहूर कविताएं लिखी हैं, जिनमें से कुछ नाम हैं “रणधीर शो”, “उषा”, “समरयात्री”, “हाकिम के कविताऔरविजयस्तंभ”। उन्हें 1959 में साहित्य अकादमी पुरस्कार, 1972 में पद्मभूषण और 1999 में राष्ट्रपति सम्मान से नवाजा गया। रामधारी सिंह दिनकर जी का जीवन और योगदान भारतीय साहित्य की धरोहर के रूप में महत्वपूर्ण हैं। उनकी कविताओं के माध्यम ...

  4. रामधारी सिंह 'दिनकर' ' (23 सितम्‍बर 1908- 24 अप्रैल 1974) हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे। [1] [2] वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। राष्ट्रवाद अथवा राष्ट्रीयता को इनके काव्य की मूल-भूमि मानते हुए इन्हे 'युग-चारण' व 'काल के चारण' की संज्ञा दी गई है। [3]

  5. कृष्ण की चेतावनी ~ रामधारी सिंह "दिनकर", Krishna Ki Chetavani Poem By Dinkar, Best Dinkar's Poems In hindi, Inspirational Hindi Poems, Best Motivational Hindi Poems. वर्षों तक वन में घूम-घूम, बाधा-विघ्नों को चूम-चूम, सह धूप-घाम, पानी-पत्थर, पांडव आये कुछ और निखर।. सौभाग्य न सब दिन सोता है, देखें, आगे क्या होता है।. मैत्री की राह बताने को,

  6. रामधारी सिंह "दिनकर" » वर्षों तक वन में घूम-घूम, बाधा-विघ्नों को चूम-चूम, सह धूप-घाम, पानी-पत्थर, पांडव आये कुछ और निखर।. सौभाग्य न सब दिन सोता है, देखें, आगे क्या होता है।. मैत्री की राह बताने को, सबको सुमार्ग पर लाने को, दुर्योधन को समझाने को, भीषण विध्वंस बचाने को, भगवान् हस्तिनापुर आये, पांडव का संदेशा लाये।. ‘दो न्याय अगर तो आधा दो,

  7. May 17, 2024 · Ramdhari Singh Dinkar Poems in Hindi: ‘राष्ट्रकवि’ के नाम से विभूषित रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को राष्ट्रीय भावनाओं से ओतप्रोत, क्रांतिपूर्ण संघर्ष की प्रेरणा देने वाली ओजस्वी कविताओं के कारण असीम लोकप्रियता मिली। इस लेख में रामधारी सिंह के 15 प्रसिद्ध कविताएं लिखे है। जिसे आपको जरूर पढ़नी चाहिए।.

  8. शक्ति और क्षमा | रामधारी सिंह "दिनकर" | गौरव व्यास | कविता | कविता कोश. यदि इस वीडियो के साथ कोई समस्या है तो. कृपया kavitakosh AT gmail.com पर सूचना दें. क्षमा, दया, तप, त्याग, मनोबल. सबका लिया सहारा. पर नर व्याघ्र सुयोधन तुमसे. कहो, कहाँ, कब हारा? क्षमाशील हो रिपु-समक्ष. तुम हुये विनत जितना ही. दुष्ट कौरवों ने तुमको. कायर समझा उतना ही।.

  9. कुरूक्षेत्र : रामधारी सिंह 'दिनकर' (हिन्दी कविता) Kurukshetra : Ramdhari Singh Dinkar. प्रथम सर्ग. वह कौन रोता है वहाँ- इतिहास के अध्याय पर, जिसमें लिखा है, नौजवानों के लहु का मोल है. प्रत्यय किसी बूढे, कुटिल नीतिज्ञ के व्याहार का; जिसका हृदय उतना मलिन जितना कि शीर्ष वलक्ष है; जो आप तो लड़ता नहीं, कटवा किशोरों को मगर, आश्वस्त होकर सोचता,

  10. दिनकर जी की वीर रस की कविताएं आपको सदा जोश से भर देंगी। इन्हीं कविताओं में से एक प्रसिद्ध कविता, “ सिंहासन खाली करो कि जनता आती है ” भी है। जो कि भारत के गणतंत्र की घोषणा यानि कि लोकतंत्र के पक्ष में लिखी गयी थी। जिसका उद्देश्य लोकतंत्र में जनता को जनार्दन का सम्मान देना और समाज को जागरूक करना था।. सदियों की ठण्डी-बुझी राख सुगबुगा उठी.