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      • Munshi Premchand: 8 अक्टूबर को हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध कहानीकार और उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि है। वाराणसी से लगभग 4 मील दूर, लमही नामक गांव में 31 जुलाई 1880 को मुंशी प्रेमचंद का जन्म हुआ था। प्रेमचंद का वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था। उनके पिता का नाम मुंशी अजायब लाल और माता आनंदी देवी थी।
  1. Jun 30, 2023 · कलम का सिपाही किसे कहा जाता है? कलम का सिपाही लेखक प्रेमचंद को कहा जाता है। क्योंकि प्रेमचंद के लेखन का मुकाबला आज के बड़े-बड़े लेखक ...

  2. १९०६ से १०३६ के बीच लिखा गया प्रेमचंद का साहित्य इन तीस वर्षों का सामाजिक सांस्कृतिक दस्तावेज है। इसमें उस दौर के समाजसुधार ...

  3. Mar 15, 2024 · मुंशी प्रेमचंद जी का जीवन परिचय. प्रेमचंद का जन्म 1 जुलाई, 1880 को बनारस (अब वाराणसी) से लगभग छह मील दूर एक गाँव लमही में हुआ था। उनके पिता ...

  4. Munshi Premchand: 8 अक्टूबर को हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध कहानीकार और उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि है। वाराणसी से लगभग 4 मील दूर ...

    • प्रारंभिक जीवन Early Life
    • कैरियर Career
    • गोदान उपन्यास Godaan Novel
    • प्निजी जीवन Personal Life

    प्रेमचंद जी का जन्म 31जुलाई, 1880 को वनारस के पास एक गाँव लम्ही में, ब्रिटिश भारत के समय हुआ। उनका बचपन में नाम धनपत राय श्रीवास्तव रखा गया था। उनके पिता अजीब राय, पोस्ट ऑफिस में एक क्लर्क थे और माता आनंदी देवी एक गृहणी थी। प्रेमचंद जी के चार भाई बहन थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मदरसा, लालपुर में उर्दू और फारसी शिक्षा के रूप में लिया। बाद में...

    शुरुवात में उन्होंने ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। कुछ वर्ष ट्यूशन पढ़ाने के बाद वर्ष 1900 में उन्हें बहराइच के सरकारी जिला स्कूल में सहायक शिक्षक के पद के लिए प्रस्ताव मिला। इसी बिच उन्होंने अपना कथा लेखन भी शुरू किया था। इसके बाद उन्हें “नवाब राय” के नाम से बुलाया जाने लगा। उन्होंने अपना पहला उपन्यास Novel “असरार-ए-मा’ अबिद” लिखा जिसमें उन्होंने मदिरों ...

    उनका यह उपन्यास “गोदान Godaan” आधुनिक भारतीय इतिहास का एक महान उपन्यास माना जाता है। इस उपन्यास में प्रेमचंद ने नारी के ऊपर हो रहे अत्यचार, निम्न वर्ग के शोषण, औद्योगिकीकरण जैसे मुद्दों के विषय में प्रस्तुत किया था।

    1895 में उन्होंने अपने दादा जी के द्वारा चुने हुए एक लड़की से 15 वर्ष की आयु में विवाह किया। उनकी पत्नी उनके साथ बहुत झगडा करती थी और उसके कारन वह प्रेमचंद को छोड़ कर अपने पिता के घर चली गयी। प्रेमचंद उसे कभी भी लेने नहीं गए। बाद में उन्होंने वर्ष 1906 में एक बाल विधवा लड़की “शिवरानी देवी” से विवाह किया। उन्हने ऐसा करने के लिए कई लोगों ने रोका पर उन्ह...

  5. मुंशी प्रेमचंद की स्मृति में भारतीय डाक विभाग की ओर से 31 जुलाई, 1980 को उनकी जन्मशती के अवसर पर 30 पैसे मूल्य का एक डाक टिकट जारी किया ...

  6. मुंशी प्रेमचंद 31 जुलाई 1880 को बनारस के नज़दीक लमही गांव में पैदा हुए। उनका असल नाम धनपत राय था और घर में उन्हें नवाब राय कहा जाता था ...