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महादेवी वर्मा (26 मार्च 1907 — 11 सितम्बर 1987) हिन्दी भाषा की कवयित्री थीं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक मानी जाती हैं। आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त ...
Dec 27, 2021 · 1. नीहार - यह महादेवी जी का प्रथम काव्य संग्रह है। उनके इस काव्य में 47 भावात्मक गीत संकलित हैं और वेदना का स्वर मुखर हुआ है।. 2. रश्मि - इस काव्य संग्रह में आत्मा-परमात्मा के मधुर संबंधों पर आधारित 35 कविताएं संकलित हैं।. 3.
महादेवी जी के जीवन परिचय एवं साहित्यिक परिचय व भाषा शैली : महादेवी वर्मा का जन्म 26 मार्च, 1907 को रात 8 बजे फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ। उनके पिता श्री गोविंद प्रसाद वर्मा भागलपुर के एक कॉलेज में प्राध्यापक थे। उनकी माता का नाम हेमरानी देवी था। हेमरानी देवी बड़ी धर्म परायण, कर्मनिष्ठ, भावुक एवं शाकाहारी महिला थीं। महादेवी जी की शिक्षा इंदौर...
उत्तर प्रदेश के फ़र्रुख़ाबाद में 1907 में प्रकाशित हुई महादेवी वर्मा का परिचय का पढ़ें। उनकी काव्य-वस्तु, प्रेरकता, प्रेरक का काव्य, प्रेरक का क
महादेवी वर्मा की जीवन परिचाय को पढ़ें, उसकी परिवार, शिक्षा, करियर, साहित्य क योगदान और पुरस्कार के बारे में जानें। महादेवी वर्मा की कविता, गद्य, रेखाचित्र
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Jan 25, 2022 · महादेवी वर्मा (अंग्रेजी: Mahadevi Verma; जन्म: 26 मार्च 1907, मृत्यु: 11 सितम्बर 1987) छायावादी आंदोलन की कवयित्री व लेखिका थी। उन्हें आधुनिक मीरा भी कहा जाता है। वर्मा की कविताएँ व कहानियाँ पाठक के दिमाग में सदृश चित्र अंकित कर देती हैं।.
Mahadevi Verma (26 March 1906 – 11 September 1987) was an Indian Hindi-language poet, essayist, sketch story writer and an eminent personality of Hindi literature. She is considered one of the four major pillars [a] of the Chhayawadi era in Hindi literature . [1]