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  1. शिव मंगल सिंह 'सुमन' केवल हिंदी कविता के क्षेत्र में एक शक्तिशाली चिह्न ही नहीं थे, बल्कि वह अपने समय की सामूहिक चेतना के संरक्षक भी थे। उन्होंने न केवल अपनी भावनाओं का दर्द व्यक्त किया, बल्कि युग के मुद्दों पर भी निर्भीक रचनात्मक टिप्पणी भी की थी।" [1] जीवनी [ संपादित करें]

  2. मूल नाम : शिवमंगल सिंह. जन्म : 5 अगस्त 1915 | उन्नाव, उत्तर प्रदेश. निधन : 27 नवंबर 2002 | उज्जैन, मध्य प्रदेश. समादृत कवि-लेखक शिवमंगल सिंह ‘सुमन ...

  3. शिवमंगल सिंह सुमन की प्रमुख रचनाएं कृतित्व. शिवमंगल सिंह सुमन जी की निम्नलिखित रचनाएँ हैं - काव्य संग्रह - हिल्लौल ,जीवन के गान ,प्रलय सृजन , मिट्टी की बारात ,विश्वास बढ़ता ही गया ,पर आँखें नहीं भरी ,विन्ध्य हिमालय।. नाटक - प्रकृति पुरुष कालिदास।. आलोचनात्मक पुस्तक - महादेवी की काव्य साधना।.

  4. वाणी की व्यथा / शिवमंगल सिंहसुमन’ (1980) कटे अँगूठों की वंदनवारें / शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ (1991) कुछ प्रतिनिधि कविताएँ. सांसों का हिसाब ...

  5. शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ एक प्रख्यात हिंदी कवि और शिक्षाविद थे. इनका जन्म 5 अगस्त 1915 को उन्नाव, उत्तर प्रदेश में हुआ था. ‘सुमन’ इनका उपनाम है. सुमन जी के दो बेटे ‘अरुणक्षसह और वरुण’ व दो बेटियां ‘उषा और किरण’ हैं. सुमन जी ने अपनी शिक्षा ग्वालियर, रीवा, इंदौर, उज्जैन आदि स्थानों में जाकर पूर्ण की. शिक्षा में उन्होंने एम. ए. और पी. एच.डी. किया था.

  6. Nov 16, 2021 · कविताएं. 16th November 2021. हिन्दी ऑनलाइन जानकारी के मंच पर आज हम पढ़ेंगे famous Shivmangal Singh Suman Poems in Hindi, शिवमंगल सिंह सुमन की रचनाएँ. Table of Contents. Shivmangal Singh Suman Poems in Hindi, शिवमंगल सिंह सुमन की कविताएं -: तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार –: तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार।।. आज सिन्धु ने विष उगला है.

  7. ' शिवमंगल सिंह 'सुमन' ( अंग्रेज़ी: Shivmangal Singh 'Suman, जन्म: 5 अगस्त, 1916 - मृत्यु: 27 नवम्बर, 2002) हिन्दी के शीर्ष कवियों में से एक थे। उन्हें सन् 1999 में भारत सरकार ने साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।. जीवन परिचय. डॉ.