Yahoo India Web Search

Search results

  1. पश्चात्कालीन हिदू धार्मिक कथाओं के अनुसार, हरिद्वार वह स्थान है जहाँ अमृत की कुछ बूँदें भूल से घड़े से गिर गयीं जब धन्वन्तरी उस घड़े को समुद्र मंथन के बाद ले जा रहे थे। ध्यातव्य है कि कुम्भ या महाकुम्भ से सम्बद्ध कथा का उल्लेख किसी पुराण में नहीं है। प्रक्षिप्त रूप में ही इसका उल्लेख होता रहा है। अतः कथा का रूप भी भिन्न-भिन्न रहा है। मान्यता है ...

  2. Jan 4, 2019 · इस लेख में हरिद्वार में घूमने की जगह, देखने लायक दर्शनीय स्थल, टूरिस्ट डेस्टिनेशन और हरिद्वार के पर्यटन स्थल के बारे में जानकारी दी ...

    • (10)
    • haridwar hindi1
    • haridwar hindi2
    • haridwar hindi3
    • haridwar hindi4
    • haridwar hindi5
  3. हरिद्वार, जिसे हरद्वार भी कहा जाता है, भारतीय राज्य उत्तराखण्ड का एक जिला है, जिसके मुख्यालय हरिद्वार नगर में स्थित हैं। इस जिले के उत्तर में देहरादून जिला, पूर्व में पौड़ी गढ़वाल जिला, पश्चिम में उत्तर प्रदेश राज्य का सहारनपुर जिला तथा दक्षिण में उत्तर प्रदेश राज्य के ही मुजफ्फरनगर तथा बिजनौर जिले हैं।.

  4. History of Haridwar in Hindi. • पुराना तथा संस्कृत साहित्य में से गंगा द्वार, देवताओं का द्वार, तीर्थ स्थलों का प्रवेश द्वार, चारों धामों का द्वार ...

  5. Mar 3, 2022 · हरिद्वार में घूमने की जगह. 1. हरिद्वार का आकर्षक पर्यटन स्थल हर की पौड़ी – Har Ki Poudhi, Haridwar In Hindi. 2. हरिद्वार के प्रमुख पर्यटन स्थल भारत माता मंदिर – Bharat Mata Temple, Haridwar In Hindi. 3. हरिद्वार के प्रमुख धार्मिक स्थल चंडी देवी मंदिर – Chandi Devi Temple, Haridwar In Hindi. 4.

  6. Jun 19, 2024 · हरिद्वार जिले का क्षेत्रफल लगभग 2360 वर्ग किलोमीटर है जो उत्तराखंड राज्य के पश्चिमी भाग में है। यह अक्षांश और देशांतर क्रमशः 29.58 डिग्र्री उत्तर और 78.13 डिग्री पूर्व में है। समुद्र तल से उंचाई 249.7 मीटर है। यह जिला 28 दिसंबर, 1988 को अस्तित्व में आया। उत्तराखंड राज्य में शामिल होने से पहले यह जिला सहारनपुर मंडल का हिस्सा था। इस जिले के पश्चिम...

  7. Apr 24, 2022 · हरिद्वार” देव भूमि उत्तराखंड राज्य में स्थित भारत के सात सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। यह बहुत ही पुराणी एक प्राचीन नगरी है। जिसका इतिहास बहुत ही पुराना और रहस्य से भरा हुआ है। इसी स्थान पर ब्रह्मा विष्णु महेश धरती पर प्रकट हुए थे। जिस वजह से इस स्थान को भगवान शिव की भूमि और भगवान विष्णु की भूमि भी है। सबसे पहले इस स्थान का नाम मायापुरी शहर ...