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  1. Jul 1, 2024 · IPC Section 323 in Hindi - धारा 323 क्या है कब लगती है. आपके मन में भी यही सवाल होगा कि IPC की धारा 323 कब लगती है ? तो आपको बता दे कि धारा 323 के अनुसार जो कोई भी ...

  2. Jul 7, 2023 · धारा 323 के तहत स्वेच्छा से चोट पहुँचाने की सजा मामले की परिस्थितियों के आधार पर भिन्न होती है. दोषी पाए जाने पर अपराधी को एक साल तक की कैद, जुर्माना या दोनों हो सकते हैं. यह एक जमानती, गैर-संज्ञेय अपराध है और किसी भी न्यायाधीश द्वारा विचारणीय है. स्वेच्छा से उपहति कारित करने का दंड नहीं प्रदान किया जाता है.

  3. What is Section 323 IPC in Hindi? Section 323 IPC in Hindi, as translated, reads “दंड जानबूझकर चोट पहुँचाने के लिए।” It deals with offenses related to voluntarily causing hurt to another person. This section outlines the punishment for such acts and sets the stage for further legal ...

  4. Mar 31, 2024 · भारतीय दंड संहिता की धारा 323 के अनुसार, जो भी व्यक्ति (धारा 334 में दिए गए मामलों के सिवा) जानबूझ कर किसी को स्वेच्छा से चोट पहुँचाता है, उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे एक वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या एक हजार रुपए तक का जुर्माना या दोनों के साथ दंडित किया जा सकता है।. लागू अपराध. जानबूझ कर स्वेच्छा से किसी को चोट पहुँचाना.

  5. IPC (भारतीय दंड संहिता की धारा) की धारा 323 के अनुसार:- स्वेच्छया उपहति कारित करने के लिए दण्ड:- “उस दशा के सिवाय, जिसके लिए धारा 334 में उपबंध है, जो कोई स्वेच्छया उपहति कारित करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसके अवधि एक वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, जो एक हजार रुपए का हो सकेगा, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा।”

  6. Jan 2, 2024 · धारा 323 के अंतर्गत यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को स्वेच्छा से चोट या किसी प्रकार की हानि पहुँचाता है, तो अपराधी के खिलाफ शिकायत दर्ज की जा सकती है और व्यवस्थापकीय अदालतें उस पर कार्रवाई कर सकती है। IPC की धारा 323 के तहत अपराध सिद्ध करने हेतु चोट की रिपोर्ट पेश करना अनिवार्य नहीं है।.

  7. Feb 13, 2023 · आईपीसी की धारा 323 की अनिवार्यताएं. आईपीसी की धारा 334. गंभीर और अचानक उकसावे का अर्थ. सजा किसे दी जाती है. आईपीसी की धारा 323 के तहत किए गए अपराध के लिए सजा. महत्वपूर्ण मामले. मुहम्मद इब्राहिम बनाम शैक दाऊद, 1920. तथ्य. मुद्दा. निर्णय. कोसाना रंगनायकम्मा बनाम पसुपुलती सुब्बम्मा और अन्य, 1966. निष्कर्ष. अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू)

  8. Feb 1, 2021 · जब कोई व्यक्ति आईपीसी की धारा 323 के तहत किसी व्यक्ति को स्वेच्छया से आहत करता है या चोट पहुंचाता है, तो उसे 1 वर्ष तक की सजा दी जा सकती है साथ ही जुर्माना जो एक हजार रुपये तक बढ़ सकता है। इस धारा के तहत सजा की सीमा अपराध की गंभीरता पर भी निर्भर करेगी।. जमानत (Bail) का प्रावधान.

  9. IPC की धारा 323 -- स्वेच्छया उपहति कारित करने के लिए दण्ड - IPC की धारा 323 -- स्वेच्छया उपहति कारित करने के लिए दण्ड - Skip to content. Kanoon Mitra. Search. Search. हमारा कानून; SUPREME COURT JUDGEMENT. 2023; 2022; 2021; Online Law Mcqs. IPC MCQ in Hindi; CrPC MCQ;

  10. Sep 12, 2023 · आईपीसी धारा 323 क्या है? (Section 323 IPC In Hindi), IPC 323 धारा के तहत प्रक्रिया क्या होगी, सजा कैसे होगा, जमानत कैसे होगी, और IPC धारा 323 से बचाव कैसे करेंगे, 324 ...