Yahoo India Web Search

  1. Ad

    related to: mahadevi verma gaura full story
  2. Amazon Offers an Array Of Unique Products From Hundreds Of Brands. Prime Members Can Enjoy Unlimited Free Shipping, Early Access To Lightning Deals and More.

Search results

  1. गौरा गाय , महादेवी वर्मा की एक महत्वपूर्ण कहानी है .इसका कथानक एक ऐसी गाय से सम्बद्ध है जो बछिया के रूप में लेखिका को उसकी छोटी बहन श्यामा से प्राप्त हुई है .एक वर्ष बाद गौरा एक सुन्दर बछड़े की माँ बनती है .वत्स लाल रंग और स्वेत रंग की थी .जब कभी माँ और वत्स एक स्थान पर होते तो ऐसा प्रतीत होता था कि हिमराशि और ज्वलित अंगार एक साथ शोभायाँ हैं .लेख...

  2. गौरा गाय (रेखाचित्र) : महादेवी वर्मा. Gaura Gaay (Rekhachitra) : Mahadevi Verma. (गाय के नेत्रों में हिरन के नेत्रों-जैसा विस्मय न होकर आत्मीय विश्वास रहता है। उस पशु को मनुष्य से यातना ही नहीं, निर्मम मृत्यु तक प्राप्त होती है, परंतु उसकी आंखों के विश्वास का स्थान न विस्मय ले पाता है, न आतंक।)

    • पढ़िए महादेवी वर्मा की दिल छू लेने वाली अन्य कहानियाँ
    • महादेवी वर्मा की पुस्तकें आप Amazon.in पर भी पढ़ सकते हैं, यहाँ
    • आप अन्य लेखकों की कहानियाँ भी पढ़ सकते हैं। प्रेमचंद जी की कुछ कहानियाँ
    एक सुंदर और भावपूर्ण कहानी मोर के प्रेम, भावनाओं और परवाह पर –नीलकंठ-मोर ,लेखक – महादेवी वर्मा
    एक मासूम दिखने वाला ख़रगोश क्यों बन गया झगड़ालू और ग़ुस्सैल? पढ़िए इस कहानी में – दुर्मुख खरगोश ,लेखक – महादेवी वर्मा
    कैसे एक नादान और जंगली गिलहरी का बच्चा – पालतू और जिगर का टुकड़ा बन गया लेखिका के लिए? पढ़िये इस कहानी में – गिल्लू, लेखक – महादेवी वर्मा
    आख़िर क्यों निश्चय किया लेखिका ने फिर से हिरण न पालने का? पढ़िए इस बेहद भावपूर्ण, एक हिरणी की अटखेलियों से भरी कहानी में – सोना हिरनी, लेखक – महादेवी वर्मा
    अतीत के चलचित्र | ateet Ke Chalchitra (Hindi) : यह पुस्तक एक रेखाचित्र-संग्रह है। इस पुस्तक की कहानियों में महादेवी वर्मा ने अपने संपर्क में आए साधारण जन की विशेषताओं के साथ-साथ उनके जीवन-संघर्ष का...
    क्या कफ़न से ज़्यादा ज़रूरी कुछ हो सकता है? और अगर हाँ तो क्यों? जानिए इस झकझोर देने वाली कहानी में: कफ़न, लेखक – प्रेमचंद
    क्या किए महादेव के तोते आत्माराम ने कि उसका स्वभाव बिलकुल बदल गया? जानने के लिए पढ़िए ये कहानी: आत्माराम, लेखक – प्रेमचंद
  3. May 22, 2020 · by फ़ेमिना May 22, 2020, 11:50 IST. लेखिका: महादेवी वर्मा. गाय के नेत्रों में हिरन के नेत्रों-जैसा विस्मय न होकर आत्मीय विश्वास रहता है. उस पशु को मनुष्य से यातना ही नहीं, निर्मम मृत्यु तक प्राप्त होती है, परंतु उसकी आंखों के विश्वास का स्थान न विस्मय ले पाता है, न आतंक. गौरा मेरी बहिन के घर पली हुई गाय की व:यसंधि तक पहुंची हुई बछिया थी.

  4. Aug 27, 2018 · Gaura gai by mahadevi verma dwarka likha gaya bahut hi marmik kahani hai, ye kahani mahadevi verma ke pashu prem ka jeeta jagta udahran hai, hamne isse pahle bhi gillu by mahadevi...

    • 16 min
    • 83.6K
    • Kadir Khan Learning
  5. Oct 9, 2016 · Gaura: Mahadevi never used to rear animals at home. This was primarily the reason for her being hesitant to accept Gaura from her sister. Nevertheless, she welcomed Gaura. As it became increasingly difficult for her servants to milk Gaura, Mahadevi was forced to temporarily hire a milkman.

  6. महादेवी वर्मा (26 मार्च 1907 — 11 सितम्बर 1987) हिन्दी भाषा की कवयित्री थीं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों [क] में से एक मानी जाती हैं। [1] आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है। [2] कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है...