Yahoo India Web Search

Search results

  1. कितने शीरीं हैं तेरे लब कि रक़ीब. गालियाँ खा के बे-मज़ा न हुआ. टैग : लब. बना कर फ़क़ीरों का हम भेस 'ग़ालिब'. तमाशा-ए-अहल-ए-करम देखते हैं ...

  2. Jun 8, 2020 · Mirza ghalib shayari in hindi, jo dil chu legi न सुनो गर बुरा कहे कोई,न कहो गर बुरा करे कोई !!रोक लो गर ग़लत चले कोई,बख़्श दो गर ख़ता करे कोई !!

  3. Mirza Ghalib Shayari available in Hindi, Urdu and Roman scripts. Access to poetry videos, audios & Ebooks of Mirza Ghalib.

  4. Feb 17, 2021 · Mirza Ghalib Shayari In Hindi. Shayari 1 : रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ाइल, जब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है।. – मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी (Mirza Ghalib Ke Shero Shayari ) Shayari 2 : न सुनो गर बुरा कहे कोई, न कहो गर बुरा करे कोई. रोक लो गर ग़लत चले कोई, बख़्श दो गर ख़ता करे कोई।. – मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी (Mirza Ghalib Ke Shero Shayari )

  5. Apr 26, 2019 · मिर्जा ग़ालिब की प्रसिद्ध शायरी 50 Most Popular Mirza Ghalib Shayari in Hindi. मिर्जा गालिब का पूरा नाम “मिर्जा असद उल्लाह बेग खां” था। वे ग़ालिब के नाम से भी ...

  6. Nov 3, 2023 · Mirza Ghalib Shayari in Hindi – आपको यहाँ पर कुछ बेहतरीन Mirza Ghalib Ki Shayari का संग्रह दिया गया हैं.

  7. May 5, 2023 · Ghalib Shayari in Hindi. फिर उसी बेवफा पे मरते हैं, फिर वही जिंदगी हमारी है ।. मौत पे भी मुझे यकीन है, तुम पर भी ऐतबार है, देखना है पहले कौन आता है, हमें दोनों का इंतजार है ! Mirza Ghalib Shayari. हम को उन से वफा की है उम्मीद, जो नहीं जानते वफा क्या है ! गुजर रहा हूँ यहाँ से भी गुजर जाउँगा, मैं वक्त हूँ कहीं ठहरा तो मर जाउँगा !