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  1. Nov 9, 2022 · FIRST PUBLISHED : November 10, 2022, 01:20 IST. Bhagwan Ke Mukh ki Disha: भाग-दौड़ भरे जमाने में सबके लिए ऐसा संभव नहीं हो पाता है कि वो मंदिर जाकर पूजा-पाठ करें, इसलिए वे अपने घर पर ही मंदिर बनवा कर अपने इष्ट देव की मूर्ति स्थापित कर पूजा-पाठ करते हैं.

    • घर के पूजा रूम में भगवान का मुख किस दिशा में होना चाहिए?
    • क्या भगवान की मूर्तियों का मुख दक्षिण की ओर हो सकता है?
    • क्या भगवान शिव का मुख दक्षिण की ओर रख सकते हैं?
    • मंदिर किस दिशा में होना चाहिए: पूजा करते समय आपको किस दिशा में होना चाहिए
    • घर के वास्तु मंदिर की दिशा का महत्व
    • घर में मंदिर स्थापित करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
    • सामग्री
    • दीवारों और छत का डिज़ाइन
    • बैडरूम में किस भगवान की तस्वीर रखनी चाहिए?
    • पूजा घर में रखने के लिए5 चीजें

    पूजा कक्ष के लिए वास्तु के अनुसार, देवताओं के चेहरे पश्चिम की ओर हो सकते हैं ताकि पूजा करते समय आपका मुख पूरब दिशा की ओर हो। 1. भगवान गणेश को लक्ष्मी की बाईं ओर और देवी सरस्वती को देवी लक्ष्मी के दाहिने तरफ रखा जाना चाहिए। 2. शिवलिंग (वास्तु के अनुसार केवल छोटे आकार का) घर के उत्तरी भाग में रखा जाना चाहिए। 3. वास्तु के अनुसार मंदिर या पूजा कक्ष में...

    कुछ मूर्तियों, जैसे भगवान हनुमान और भैरव को दक्षिण दिशा की ओर मुख करके रखा जा सकता है। हालाँकि, मूर्ति को उत्तर दिशा की ओर स्थापित नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे में पूजा करने वाले का मुख दक्षिण दिशा की ओर होगा, जो वास्तु के अनुसार सही नहीं है।

    भगवान शिव के दक्षिणामूर्ति रूप को दक्षिण दिशा की ओर मुख करके रखा जा सकता है। यह भी देखें: दक्षिण पश्चिम विस्तारित प्लॉट के वास्तु के बारे में जानें

    आपको घर में मंदिर इस तरह से बनाना चाहिए कि देवताओं का मुख पूरब या पश्चिम दिशा की ओर हो, ताकि पूजा करने वाले व्यक्ति का मुख पश्चिम या पूरब की ओर हो। दक्षिण दिशा की ओर मुख करने से बचें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा करने के लिए उत्तर या पूर्व दिशा में बैठना सही होता है क्योंकि इससे मन की शांति और एकाग्रता आती है। कई लोग मानते हैं कि पूजा और प्रार्थन...

    वास्तु शास्त्र के अनुसार, मुख्य दिशाओं (उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम) की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। दिशा के अलावा प्रकृति के पांच तत्व – पृथ्वी, वायु, अग्नि आदि भी महत्वपूर्ण हैं। हर दिशा खास विशेषताओं से जुड़ी होती है। इसलिए, सही दिशा जरूरी है क्योंकि यह घर में शुभ ऊर्जा और वाईब्रेशन्स उत्पन्न करती है। वास्तु के हिसाब से किसी भी स्ट्रक्चर के निर...

    अगर आप किसी छोटे अपार्टमेंट में रहते हैं या फिर प्रॉपर्टी का ढांचा ऐसा नहीं है कि वास्तु के मुताबिक घर में मंदिर हो सके तो अगला विकल्प चुनें जो काम कर सके. आपके घर में उत्तर-पूर्व मंदिर के लिए सबसे बेहतर दिशा है क्योंकि इससे प्राकृतिक रोशनी आती है. प्राकृतिक रोशनी के अभाव में आप पूजा घर को आर्टिफिशियल लाइटिंग से भी सजा सकते हैं खासकर तब जब घर में ख...

    लकड़ी एक बढ़िया सामग्री है जिसे आप घर पर मंदिर बनाने के लिए चुन सकते हैं। हालाँकि, आप अपने घर के मंदिर को चमकदार और आकर्षक लुक देने के लिए इन्हें ग्लास जैसी सामग्रियों के साथ भी कंबाइन कर सकते हैं। पत्थर जैसी प्राकृतिक सामग्री चुनें। संगमरमर और ग्रेनाइट अच्छे विकल्प हैं। हालाँकि, इन्हें काफी रखरखाव करने की जरूरत पड़ सकती है। हल्के हरे या पीले जैसे रं...

    घर के मंदिर के लिए डिजाइन जो अभी ट्रेंड मे चल रहा है उसी के अनुसार आप अपने मंदिर की सजावट करवा सकते हैं पीओपी छत डिजाइन, प्रकाश व्यवस्था के लिए पेंडेंट लाइट और बैकलिट पैनल जैसे विकल्प आप चुनें सकते हैं बहुमंजिला या डुप्लेक्स घरों के मामले में, मुख्य मंदिर के यूनिट को भूतल पर रखें। आप बैडरूम में छोटी पूजा के मंदिर रख कर सकते हैं।

    वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार बैडरूम में राधा-कृष्ण की मूर्तियां, पेंटिंग या तस्वीरें राखी जा सकती है। इन्हे बैडरूम रखने से वैवाहिक रिश्ते मजबूत होते हैं। इसी तरह से बैडरूम में धार्मिक पेंटिंग्स लगाने से घर में शांति और आध्यात्मिकता को बढ़ावा मिलता है। बैडरूम में रखे गए मंदिरों के लिए शुभ रंगों में से कुछ रंग हैं नारंगी, पीला, गुलाबी, हरा इत्यादि।

    पूजा घर में लाइट्स/दीया: मंदिर वास्तु के मुताबिक, दीया जलाने से नकारात्मक शक्तियां दूर भागती हैं. जो शख्स पूजा कर रहा है, उसके दाईं ओर दीया रखा होना चाहिए. दीयों के अंदर हमेशा रुई की बत्ती का इस्ते...
    पूजा घर के लिए फूल: पूजा घर के लिए हमेशा ताजे फूलों का इस्तेमाल करें. बासी फूलों का इस्तेमाल करने से बचें. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, मंदिर से देर रात मुरझाए हुए फूलों को हटा दें.मंदिर को ताजे फूलो...
    फोटोग्राफ: पूजा घर में कभी अपनी तस्वीरें ना रखें. आपके जो करीबी गुजर गए हैं, उनकी तस्वीरें भी ना रखें. इससे घर में ऊर्जाएं असंतुलित हो जाती हैं.
    अगरबत्ती: वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में अगरबत्ती जलाने से शांत वातावरण पैदा होता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सुनिश्चित होता है।
  2. खजुराहो. निर्देशांक: 24.85°N 79.93°E खजुराहो भारत के मध्य प्रदेश प्रान्त में स्थित एक प्रमुख शहर है जो अपने प्राचीन एवं मध्यकालीन मंदिरों के ...

  3. en.wikipedia.org › wiki › ChitraguptaChitragupta - Wikipedia

    Chitragupta is the seventeenth manasaputra of Brahma. He is believed to have been created from Brahma's soul and mind (chit) and thus is allotted the right to write Vedas like a Brahmin, and also assigned the duty of a Kshatriya. [4] Literature. Garuda Purana. Yama 's court and hell.

  4. Jan 22, 2022 · हम भगवान की पूजा सचे मन से करते है पूर्ण विधि विधान से करते है परन्तु ज्ञान ...

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    • Acharya Deepak Kaushik
  5. Bhagwani Chitra Mandir. Bhagwani Chitra Mandir Details View; Bhagwani Chitra Mandir : View : OTHER USEFUL LINKS. National Portal of India (www.india.gov.in)

  6. Jul 15, 2022 · दीपावली के मौके पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति एक साथ स्थापित की जाती है और पूजा की जाती है. दरअसल भगवान गणेश को ज्ञान का देवता और मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है. ज्ञान के बिना धन का कोई मोल नहीं, इसलिए दीपावली के मौके पर भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्ति एक साथ रखकर पूजा करें.