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  1. भुज गरा जमा लया नब धजा टजूटक य ै चराय जा यतां चको रब धुेः श खर ॥५॥. लला टच वर वल धन जय फु ल गभा न पी तप चसा यकं नमि नल पना यकम्| स ुा ध ...

  2. May 8, 2024 · Shiv Tandav Stotram - शिव तांडव स्तोत्र अर्थ सहित Hindi. Shiva Tandava Stotra is a Stotram that describes Shiva’s power and beauty. It is traditionally attributed to Ravana, the asura King of Lanka, and devotee of Shiva.

  3. शिव तांडव स्तोत्रHindi Lyrics and Meaning. जटा टवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग मालिकाम्‌।

  4. Mar 20, 2022 · Shiv Tandav Stotram Lyrics in Hindi. Shri Shiv Tandav Stotram | शिव ताण्डव स्तोत्रम् (Sanskrit) जटा-टवी-गलज्जल-प्रवाह-पावितस्थले. गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंग-तुंगमालिकाम्‌ ।. डमड्-डमड्-डमड्-डमन्निनादवड्डमर्वयं. चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ॥1॥. जटा-कटा-हसम्भ्रम-भ्रमन्निलिम्पनिर्झरी. विलोलवी-चिवल्लरी-विराजमानमूर्द्धनि ।.

  5. Shiva Stotram (स्तोत्र निधि) हिन्दी. ॥ शिव तांडव स्तोत्र ॥ जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले, गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम् ...

  6. Get Shiv Tandav Stotram Lyrics in Hindi Pdf here and chant it with devotion for the grace of Lord Shiva. Shiv Tandav Stotram Lyrics in Hindi – शिव तांडव स्तोत्रम्. जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले. गलेवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम् ।. डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं. चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ॥ १ ॥. जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी-

  7. Aug 11, 2023 · Shiv Tandav Stotram Lyrics in Hindi and Meaning: जटा टवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग मालिकाम्‌।. डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिव: शिवम्‌ ॥१॥. “उनके बालों से बहने वाले जल से उनका कंठ पवित्र है, और उनके गले में सांप है जो हार की तरह लटका है, और डमरू से डमट् डमट् डमट् की ध्वनि निकल रही है,

  8. Shiv Tandav Stotram Lyrics in Hindi | शिव तांडव स्तोत्र सरल भाषा में. जटा-टवी-गलज्-जल-प्रवाह-पावि-तस्थले. गलेऽव-लम्ब्य लम्बितां भुजङ्ग-तुङ्ग-मालिकाम् ...

  9. चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ॥1॥. अर्थ – जिन्होंने जटारुपी अटवी ( वन ) से निकलती हुई गंगा जी के गिरते हुए प्रवाहों से पवित्र किये गए गले में सर्पों की लटकती हुई विशाल माला को धारण कर डमरू के डम डम शब्दों से मण्डित प्रचंड तांडव नृत्य किया, वे शिवजी हमारे कल्याण का विस्तार करें।. जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी-

  10. Reads it after worship of Shiva on the Pradosha day, Will get by the blessing of lord Shiva, chariots, elephants and horses, As well as the affectionate sight of god of wealth. - - Thus ends the prayer of the dancing Shiva, Composed by Ravana.