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  1. Jun 21, 2024 · भ्रष्टाचार पर निबंध (100 – 200 शब्द) – Bhrashtachar par Nibandh. “भ्रष्टाचार” एक ऐसी समस्या है जो हमारे समाज को गंभीर रूप में प्रभावित कर रही है। यह एक ऐसी बीमारी है जो हमारे देश की स्थायित्व और विकास को खतरे में डाल रही है। भ्रष्टाचार का मतलब है नीतियों और नियमों का अनुचित पालन, धन का अनुचित इस्तेमाल और अधिकारों के दुरुपयोग।.

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    यदि किसी हरे पेड़ में दीमक लग जाए तो जल्द ही वह अंदर से खोखला हो जाएगा. बस यही हमारे भारत के साथ भी यही हो रहा हैं. भ्रष्टाचार जैसी विकराल समस्या ने भारत की जड़ो तक को खोखला कर दिया गया हैं. भारत नश नश में आज भ्रष्टाचार बसा हुआ हैं. सरकारी पदों पर बैठे बाबू से लेकर उच्च पदों पर विराजमान अधिकारी भी बिना पैसे लिए कोई काम नहीं करता हैं. भ्रष्टाचार एक सा...

    भ्रष्टाचार से आशय अच्छे गुणों को आचरण में उतारना सदाचार कहलाता हैं. सदाचार के विपरीत चलना ही भ्रष्टाचार हैं. भ्रष्ट अर्थात गिरा हुआ आचार अर्थात आचरण. कानून और नैतिक मूल्यों की उपेक्षा करके स्वार्थ सिद्धि में लगा हुआ मनुष्य भ्रष्टाचारी हैं. दुर्भाग्यवश आज हमारे समाज में भ्रष्टाचार का बोलबाला हैं. चरित्रवान लोग नाममात्र को ही रह गये हैं. विभिन्न क्षे...

    भ्रष्टाचार दो शब्दों भ्रष्ट और आचार के मेल से बना शब्द है. भ्रष्ट शब्द का अर्थ – मार्ग से विचलित या बुरे आचरण वाला तथा आचरण का अर्थ चरित्र, व्यवहार या चाल चलन. इस तरह भ्रष्टाचार का अर्थ हुआ – अनुचित व्यवहार एवं चाल चलन. विस्तृत अर्थो में इसका तात्पर्य व्यक्ति द्वारा किये जाने वाले ऐसे अनुचित कार्य से है. जिसे वह अपने पद या हैसियत का लाभ उठाते हुए आ...

    जब एक नागरिक अथवा राजकीय पद पर स्थापित व्यक्ति निजी लाभ के लिए अनुचित गतिविधियों से धन घूस अथवा रिश्वत के रूप में अर्जित करता हैं उसेकरप्शन अथवा भ्रष्टाचारकहा जाता हैं. वह इस कार्य में अपने दायित्वों तथा कर्तव्यो को ताक पर रखकर अनुचित सेवा अथवा सामान को अनुमति अथवा मूक स्वीकृति प्रदान कर देता हैं. भ्रष्टाचार एक गहरी समस्या हैं जिसकी जड़े भारत की आज...

    भ्रष्टाचार की वजह से जहाँ लोगों का नैतिक एवं चारित्रिक पतन हुआ है, वही दूसरी और देश को आर्थिक क्षति भी उठानी पड़ रही है. आज भ्रष्टाचार के फलस्वरूप अधिकारी एवं व्यापारी वर्ग के पास कालाधन अत्यधिक मात्रा में एकत्रित हो गया है. इस काले धन के कारण अनैतिक व्यवहार, मद्यपान, वैश्यावृति, तस्करी एवं अन्य अपराध में वृद्धि हुई है. भ्रष्टाचार के कारण लोगों में ...

    यहाँ पढ़ें भ्रष्टाचार की समस्या पर 400 शब्दों में निबंध के समालोचन. भ्रष्टाचार के प्रभाव, प्रभाव, प्रतिक्रिया, प्रतिक्रिया के प्रतिक्रिया के प्रतिक्रिया के प्रतिक्रिया के प्रतिक्रिया के प्र

  2. प्रस्तावना : भ्रष्टाचार अर्थात भ्रष्ट+आचार। भ्रष्ट यानी बुरा या बिगड़ा हुआ तथा आचार का मतलब है आचरण। अर्थात भ्रष्टाचार का शाब्दिक अर्थ है वह आचरण जो किसी भी प्रकार से अनैतिक और अनुचित हो। जब कोई व्यक्ति न्याय व्यवस्था के मान्य नियमों के विरूद्ध जाकर अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए गलत आचरण करने लगता है तो वह व्यक्ति भ्रष्टाचारी कहलाता है।.

  3. Jun 13, 2024 · एक बुरे आचरण आचरण से भ्रष्टाचार की शुरूआत होती है जो कि व्यक्ति को निरन्तर इस ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। भ्रष्टाचार से आशय अनैतिक, अनुचित या भ्रष्ट आचरण से है। नीति-नियम विरुद्ध कार्य-व्यवहार करना भ्रष्टाचार (corruption) कहलाता है। अनैतिक रूप से कमाया हुआ धन, शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक शोषण, ये सभी भ्रष्टाचार को प्रदर्शित करते हैं। हमारे ...

    • Mithilesh Kumar
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  5. भ्रष्टाचार पर अनुच्छेद | Paragraph on Corruption in Hindi! आज के आधुनिक युग में व्यक्ति का जीवन अपने स्वार्थ तक सीमित होकर रह गया है । प्रत्येक कार्य के पीछे स्वार्थ प्रमुख हो गया है । समाज मे अनैतिकता, अराजकता और स्वार्थ से युत) भावनाओं का बोलबाला हो गया है । परिणाम स्वरूप भारतीय संस्कृति और उसका पवित्र तथा नैतिक स्वरूप कुंभला-सा हो गया है ।.

  6. Jul 17, 2019 · भ्रष्टाचार पर अनुच्छेद, लेख. By विकास सिंह. Jul 17, 2019. जब अधिकार प्राप्त एक व्यक्ति व्यक्तिगत लाभ के लिए अपनी गतिविधियों को करता है तो इसे भ्रष्टाचार कहा जाता है। इसमें रिश्वत लेना, कार्यों को पूरा करने के लिए अनुचित साधनों का उपयोग करना, सरकारी सेवाओं और सामानों का शोषण करना और बहुत कुछ शामिल हो सकता है।.