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  1. Sep 25, 2017 · रसखान के दोहों में कवि रसखान ने श्री कृष्ण के सुंदर रूप का वर्णन किया है। दोहों का अर्थ, शब्द-चयन, मनोरम इस्तेमाल और उनकी उपलब्ध रचनाएं का संग्रह को पढ़ें

  2. Jul 4, 2021 · अर्थ : इस दोहे के माध्यम से रसखान जी कहते है कि भगवान श्री कृष्ण की सुन्दर छवि को देखने के बाद अब यह आंखे मेरी नहीं रह गई है जिस तरह धनुष से एक बार बाण निकल जाता है तो फिर वह वापस नहीं आता है !

  3. इक्कीसवीं सदी की कविता - 2021. Raskhan Doha available in Hindi.Access to Doha's videos, audios & Ebooks of Raskhan.

  4. Oct 21, 2023 · कुछ प्रसिद्ध रसखान के दोहे. पै मिठास या मार के, रोम-रोम भरपूर।. मरत जियै झुकतौ थिरै, बनै सु चकनाचूर॥. हिंदी अर्थ : इस दोहे में रसखान जी श्री कृष्ण की बाल लीला का वर्णन करते हैं उनकी पायल कीमिठास से हर शरीर का हर हिस्सा रोम-रोम खुद से भर जाता है।. अति सूक्षम कोमल अतिहि, अति पतरो अति दूर।. प्रेम कठिन सब ते सदा, नित इकरस भरपूर॥.

  5. Sep 25, 2017 · रसखान का दोहा नंबर 11 – Raskhan ke Dohe 11. इसमें कवि रसखान से श्री कृष्ण के अति मनोरम बाल लीलाओं का वर्णन किया है। इसके साथ ही प्रभु कृष्ण के हाथ ...

  6. A Muslim poet who was a follower of Lord Krishna, and wrote poems on Lord Shankar, the Ganges, and the festival of Holi.

  7. Famous bhaktikal poet raskhan ke 10 dohe bhaktikal ki kavita रसखान के 10 दोहे : रसखान बता रहे हैं प्रेम के असली मायने. Read more about kavya, irshaad, raskhan ke dohe on amar ujala kavya.