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  1. जाल समेटा / हरिवंशराय बच्चन (1973) बच्चन की चुनी हुई रचनाओं के संग्रह.

  2. Mar 19, 2020 · हरिवंश राय बच्चन की कविताएं ( harivansh rai bachchan poems ) हिंदी साहित्य में प्रसिद्ध मुकाम पर हैं। जिनमें ' मधुशाला ' नामक रचना सबसे प्रसिद्ध रही है।

  3. इस कड़ी में हम देखेंगे अग्निपथ जैसी Best Motivational Poems in Hindi तथा मधुशाला जैसी प्रसिद्ध रचना famous Harivansh Rai Bachchan Poem जिसके लिए हरिवंश राय बच्चन जी को ...

  4. जो बीत गई सो बात गयी / हरिवंशराय बच्चन - कविता कोश भारतीय काव्य का विशालतम और अव्यवसायिक संकलन है जिसमें हिन्दी उर्दू, भोजपुरी, अवधी ...

  5. . कविता कोश से जुड़ें. आत्‍मपरिचय / हरिवंशराय बच्‍चन. भ्रमण खोज. हरिवंशराय बच्चन » मैं जग-जीवन का भार लिए फिरता हूँ, फिर भी जीवन में प्‍यार लिए फिरता हूँ; कर दिया किसी ने झंकृत जिनको छूकर. मैं सासों के दो तार लिए फिरता हूँ! मैं स्‍नेह-सुरा का पान किया करता हूँ, मैं कभी न जग का ध्‍यान किया करता हूँ, जग पूछ रहा है उनको, जो जग की गाते,

  6. हरिवंश राय बच्चन भारतीय कवि थे, जो 20वीं सदी में भारत के सर्वाधिक प्रशिक्षित हिंदी भाषी कवियों में से एक थे । इनकी 1935 में प्रकाशित हुई लंबे लिरिक वाली कविता “मधुशाला” ने उन्हें एक अलग प्रसिद्धि दिलाई। दिल को छू जाने वाली कार्यशैली वर्तमान समय में भी हर उम्र के लोगों पर अपना प्रभाव छोड़ती है। डॉ हरिवंश राय बच्चन जी ने हिंदी साहित्य में अविस्मरण...

  7. हरिवंशराय बच्चन की काव्यालय पर अन्य रचनाएँ अँधेरे का दीपक इस पार उस पार कहते हैं तारे गाते हैं जुगनू नीड़ का निर्माण प्रतीक्षा मधुशाला मुझे पुकार लो यात्रा और यात्री रात आधी खींच कर मेरी हथेली लो दिन बीता, लो रात गई. इस महीने : 'अमरत्व'क्लेर हार्नरपूरी प्रस्तुति यहाँ पढें और सुनें...

  8. हरिवंश राय प्रेम गीत. जमीन है न बोलती, न आसमान बोलता.. जहान देखकर मुझे, नहीं जबान खोलता.. नहीं जगह कहीं जहां, न अजनबी गिना गया.. कहां-कहां न फिर चुका, दिमाग-दिल टटोलता.. कहां मनुष्य है कि जो, उमीद छोड़कर जिया.. इसीलिए खड़ा रहा, कि तुम मुझे पुकार लो..! तिमिर-समुद्र कर सकी, न पार नेत्र की तरी.. विनष्ट स्वप्न से लदी, विषाद याद से भरी..

  9. हरिवंश राय बच्चन (27 नवम्बर 1907 – 18 जनवरी 2003) हिंदी भाषा के एक कवि और लेखक थे। वे हिन्दी कविता के उत्तर छायावाद काल के प्रमुख कवियों में से एक थे । उनकी सबसे प्रसिद्ध कृति मधुशाला है। भारतीय फिल्म उद्योग के अभिनेता अमिताभ बच्चन उनके सुपुत्र हैं। उनका निधन 18 जनवरी 2003 के दिन, साँस की बीमारी के कारण, मुम्बई में हुआ था।.

  10. Harivansh Rai Bachchan (né Srivastava; 27 November 1907 – 18 January 2003) was an Indian poet and writer of the Nayi Kavita literary movement (romantic upsurge) of early 20th century Hindi literature. He was also a poet of the Hindi Kavi Sammelan. He is best known for his early work Madhushala.