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  1. Aug 23, 2022 · सूरदास के पद पाठ का पाठ सार, पाठ-व्याख्या, प्रश्नों के उत्तर और कठिन शब्दों के अर्थ मिले. सूरदास की कविता में कृष्ण और गोपियों के प्रेम, मान-मर्यादा, समाज

    • Meenu Saini
    • 42 min
  2. सूरदास के पद. भ्रमण खोज. सूरदास » हरि पालनैं झुलावै. जसोदा हरि पालनैं झुलावै।. हलरावै दुलरावै मल्हावै जोइ सोइ कछु गावै॥. मेरे लाल को आउ निंदरिया काहें न आनि सुवावै।. तू काहै नहिं बेगहिं आवै तोकौं कान्ह बुलावै॥. कबहुं पलक हरि मूंदि लेत हैं कबहुं अधर फरकावैं।. सोवत जानि मौन ह्वै कै रहि करि करि सैन बतावै॥. इहि अंतर अकुलाइ उठे हरि जसुमति मधुरैं गावै।.

    • सूरदास जी की कविताएं – Surdas Poems in Hindi
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    सूरदास जी भक्तिकाल के सगुण धारा के महान कवि होने के साथ-साथ महान संगीतकार भी थे। उन्होंने अपनी कृतियों श्री कृष्ण के सुंदर रुपों, बाल स्वरुप और उनकी महिमा को ममस्पर्शी वर्णन किया है। भक्ति और श्रंग्रार रस को मिलाकर सूरदास जी ने कई कविताएं और पद लिखे हैं, जिन्हें पढ़कर हर किसी का ह्र्दय भावभिवोर हो उठता है। यह सूरदास के पद Class 7, Class 8 Class 9 औ...

    श्री कृष्ण के प्रति गहरी आस्था रखने वाले महान कवि सूरदास जी के जन्म और मृत्यु दोनों को लेकर मतभेद हैं, लेकिन उनका जन्म 1478 ईसवी में रुनकता के पास किरोली गांव में माना जाता है। वे महान विद्दान वल्लभाचार्य के शिष्य थे, ऐसा कहा जाता है कि श्री कृष्ण वल्लभाचार्य जी ने भी सूरदास जी को श्री कृष्ण की भक्ति की तरफ अग्रसर किया था, जिसके बाद ही सूरदास जी ने...

    सूरदास जी ने अपनी कविताओं और पदों में श्री कृष्ण की बाला लीलाओं, उनके अत्यंत सुंदर रुप और उनकी महिमा का वर्णन किया है। उन्होंने अपनी कल्पना शक्ति के बल श्री कृष्ण-राधा का मिलन, श्री कृष्ण की नगरी ब्रज की नगरी के महत्व समेत यशोदा मैया और श्री कृष्ण के अटूट प्रेम को दर्शाया है। उन्होंने इस तरह की ह्रदय स्पर्शी कविताओं को पढ़कर ऐसा लगता है कि इस तरह क...

    सूरदास जी ने अपनी कविताओं और पदों में भक्ति और श्रंगार रस को मिलाकर श्री कृष्ण की लीलाओं का बेहद आर्कषक वर्णन किया है। उनकी कविताओं को पढ़कर हर कोई श्री कृष्ण की भक्ति के लिए प्रेरित होता है और उनकी कविताएं पाठकों के मन श्री कृष्ण के बाल स्वरुप की सुंदर छवि बनाती है, यशोदा मैया और नटखट कान्हा के अटूट प्रेम को दर्शाती हैं साथ ही गोपियों के साथ श्री ...

    सूरदास जी की कविताएं और पद पढ़ें, जिनमें श्री कृष्ण की भक्ति और श्रंग्रार रस के साथ-साथ महान संगीतकार का कार्य है। सूरदास जी की प्रमुख ग्रंथ, पद संग्रह, पद प्रकाशित पद और पद

  3. Aug 29, 2019 · कवि सूरदास के पद पाठ की व्याख्या, प्रश्न-अभ्यास, MCQs और महत्वपूर्ण शब्दों का मेला है। यहाँ कृष्ण के बालपन, माया, गोपियों के साथ कृष्ण के साथ कृष्ण के साथ कृष्ण के साथ कृष्ण के साथ कृष्ण के साथ क

  4. सूरदास के पद में भजन, बिनु, कूकर, जैसो आदि के प्रकार के कविताएं पढ़ें. हिंदी कविता में गए कुछ दशकों में दलित-विमर्श के कविताओं के लिए यहाँ देखें.

  5. Feb 12, 2021 · सूरदास के पद में उनकी भक्ति भरी कविताएं का अर्थ सहित पढ़ें। कृष्ण की रूप, कृपा, समर्पण, प्रेम की बात सुनिएं।

  6. सूरदास ( संस्कृत : सूरदास , रोमानी भाषा में : सूरदास ) 16वीं सदी के हिंदू भक्ति कवि और गायक थे, जो भगवान कृष्ण की प्रशंसा में लिखे गए अपने कार्यों के लिए जाने जाते थे। वह कृष्ण के वैष्णव भक्त थे, और वह एक श्रद्धेय कवि और गायक भी थे।. [1] श्री कृष्ण और सूरदास जी. जीवन परिचय सूरदास .

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