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  1. Feb 5, 2023 · Top Surdas Ji Ke Dohe Pad Sakhi in Hindi: सूरदास हिन्दी के भक्तिकाल के महान कवि थे।

  2. Dec 12, 2021 · अर्थ – उपरोक्त दोहे में सूरदास जी कहते हैं कि जिस पर भगवान श्री कृष्ण का अमृत रूपी कृपा हो जाए तो उसका जीवन सफल हो जाता है। जीवन के सारे दुख और दुविधाएं नष्ट हो जाती हैं। श्री कृष्णा की महिमा अपरंपार है, वे बेहद दयालु हैं। सच्चे दिल से जो कोई भी श्री कृष्ण की आराधना करता है तो उसे अच्छे फल की प्राप्ति जरूर होती है। अगर लंगड़े पर प्रभु कृपा कर दे...

  3. सूरदास के 10 प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ दोहे. जो पै जिय लज्जा नहीं, कहा कहौं सौ बार।. एकहु अंक न हरि भजे, रे सठ ‘सूर’ गँवार॥. सूरदास. टैग्ज़ ...

  4. Dec 16, 2021 · सूरदास जी कृष्ण भक्ति शाखा के कवि थे इन्हे उनकी प्रसिद्ध रचना “ सूर सागर ” के लिए जाना जाता है। ये ब्रजभाषा भाषा के कवि थे, जिन्हे ब्रजभाषा का महान कवि बताया जाता है। सूरदास द्वारा रचित 5 प्रमुख रचनाओं में सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य-लहरी, नल-दमयंती, ब्याहलो आदि शामिल है।.

  5. May 5, 2022 · आज हम यहां पर सूरदास जी के छोटे दोहे हिंदी अर्थ सहित (Surdas Ke Dohe with Meaning in Hindi) शेयर करने जा रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह सूरदास के दोहे ...

  6. सूरदास » हरि पालनैं झुलावै. जसोदा हरि पालनैं झुलावै।. हलरावै दुलरावै मल्हावै जोइ सोइ कछु गावै॥. मेरे लाल को आउ निंदरिया काहें न आनि सुवावै।. तू काहै नहिं बेगहिं आवै तोकौं कान्ह बुलावै॥. कबहुं पलक हरि मूंदि लेत हैं कबहुं अधर फरकावैं।. सोवत जानि मौन ह्वै कै रहि करि करि सैन बतावै॥. इहि अंतर अकुलाइ उठे हरि जसुमति मधुरैं गावै।.

  7. May 10, 2024 · जीवन परिचय. सूरदास जी हिन्दी के भक्तिकाल के महान कवि थे।. जन्म और स्थान : 1478 ईसवी मे ,रुनकता गांव, आगरा मथुरा मार्ग स्थित,उत्तरप्रदेश ,भारत ।. पिता : पंडित रामदास ( गायक ) गुरु : श्रीबल्लभाचार्य जी ।. रचनायें : सूरसागर ,सूरसरावली ,साहित्यलहरी ,नल-दमयन्ती ,ब्याहलो ।. मृत्यु : 1583 गोवर्धन के निकट पारसौली ग्राम.

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