Yahoo India Web Search

Search results

  1. कृष्ण काव्य धारा में रसखान के सवैये का पढ़ना और व्याख्या करना। रसखान कहते हैं कि यदि मैं मनुष्य, पशु, पत्थर, पक्षी योनि में जन्म लूँ तो मेरी उत्कट इच्छा है कि मैं ब्रज में गोकुल गाँव

  2. रसखान के सवैया का अर्थ. मानुस हौं तो वही रसखानि बसौं ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन |. जौ पसु हौं तो कहा बस मेरो चरौं नित नंद की धेनु मँझारन ||. पाहन हौं तो वही गिरि को जो कियो हरिछत्र पुरंदर धारन |. जौ खग हौं तो बसेरो करौं मिलि कालिंदी कूल कदंब की डारन ||.

  3. Jun 1, 2020 · क्षितिज (भाग-1) में संकलित रसखान के सवैये का प्रसंग और व्याख्या पढ़ें। रसखान ने कृष्ण के प्रति अपनी प्रेम को अभिव्यक्त करते हुए अपनी अभिलाषा व्यक्त की है

  4. Jan 28, 2021 · रसखान के सवैये का पाठ का भावार्थ को पढ़ने के लिए यह पृक्रिया है। कृष्ण के प्रेम की पराकाष्ठा का कथा को समाप्त करता है और रसखान के सवैये का सारांश

  5. Mar 28, 2019 · प्रश्न 6. चौथे सवैये के अनुसार गोपियाँ अपने आप को क्यों विवश पाती हैं? उत्तर- चौथे सवैये के अनुसार गोपियाँ अपने आपको इसलिए विवश पाती हैं क्योंकि श्रीकृष्ण की मुसकान अत्यंत आकर्षक है। इस मुसकान के आकर्षण से बच पाना उनके लिए कठिन हो जाता है। इस मुसकान के कारण वे अपने तन-मन पर अपना नियंत्रण नहीं रख पाती है।. प्रश्न 7. भाव स्पष्ट कीजिए-

  6. Sep 4, 2020 · Raskhan ke Savaiye, रसखान द्वारा रचित सवैये में कृष्ण एवं उनकी लीला-भूमि वृन्दावन की प्रत्येक वस्तु के प्रति उनका लगाव प्रकट हुआ है।

  7. Raskhan Ke Savaiye - Full Chapter Explanation & NCERT Solutions | Class 9 Hindi Chapter 11 | Kshitij. Magnet Brains. 11.7M subscribers. Subscribed. 759. 37K views 1 year ago MAGNET BRAINS...

    • 34 min
    • 39.2K
    • Magnet Brains
  1. Searches related to raskhan ke savaiye

    raskhan ke savaiye class 9
    raskhan ke savaiye solution
  1. People also search for