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  1. 3 days ago · Harivansh Rai Bachchan : हरिवंश राय बच्चन (1907-2003) हिंदी साहित्य के प्रमुख कवि और लेखक थे, जिनका योगदान हिंदी कविता और साहित्य में अत्यंत महत्वपूर्ण है.

  2. Jun 19, 2024 · आज "आवाज की आरजू" में हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध साहित्यकार "हरिवंशराय बच्चन" के लोकप्रिय कविताओं के श्रृंखला में से एक सुंदर कविता "आज ही आना तुम्हें था" प्रस्तुत है। इस कविता के अंतर्गत कवि ने...

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  3. Jun 18, 2024 · आज "आवाज की आरजू" में प्रसिद्ध साहित्यकार "हरिवंशराय बच्चन" की लोकप्रिय कविताओं की श्रृंखला में से एक सुंदर कविता "नई यह कोई बात नहीं" प्रस्तुत है। इस कविता के अंतर्गत कवि ने उन स्वार्थी आलोचकों का...

  4. Jun 6, 2024 · Harivansh Rai Bachchan Shayari. “कभी फूलों की तरह मत जीना, जिस दिन खिलोंगे बिखर जाओंगे, जीना हैं तो पत्थर बन के जियो, किसी दिन तराशे गए तो खुदा बन जाओंगे।. मैं जग जीवन का भार लिए फिरता हूँ, फिर भी जीवन में प्यार लिए फिरता हूँ, कर दिया किसी ने झंकृत जिनको छूकर. मैं साँसों में दो तार लिए फिरता हूँ. “उतर नशा जब उसका जाता,

  5. Jun 2, 2024 · What can we really say about the legendary Harivansh Rai Bachchan (1907 – 2003) – a name that needs no introduction? A name that speaks for itself? Let us look at his description in his own words: “Mitti ka tan, masti ka man, sharn bhar jeevan” (मिट्टी का तन, मस्ती का मन, क्षण भर ...

  6. Jun 11, 2024 · हरिवंश राय बच्चन का जन्म 27 नवंबर 1907, इलाहाबाद में हुआ। इनके पिता का नाम प्रताप नारायण श्रीवास्तव था और माता का नाम सरस्वती देवी था। जब यह छोटे थे तो इनको बच्चन के नाम से जाना जाता था जिसका शाब्दिक अर्थ है बच्चा या संतान। आगे चलकर यह इसी नाम से प्रसिद्ध हो गए। इन्होंने कायस्थ पाठशाला में पहले उर्दू की शिक्षा प्राप्त की यह शिक्षा प्राप्त करने क...

  7. Jun 17, 2024 · Aaj ka shabd ambudhi harivansh rai bachchan poem nartan kar nagin. आज का शब्द: अंबुधि और हरिवंशराय बच्चन की कविता- नर्तन कर, नागिन, मेरे जीवन के आँगन में!.