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  1. शतरंज के खिलाड़ी मुंशी प्रेमचंद की हिन्दी कहानी है। इसकी रचना उन्होने अक्टूबर 1924 में की थी और यह 'माधुरी' पत्रिका में छपी थी। 1977 में ...

  2. मिर्ज़ा साहब मजबूर होकर अंदर गए तो बेगम साहब ने त्योरियाँ बदलकर, लेकिन कराहते हुए कहा—तुम्हें निगोड़ी शतरंज इतनी प्यारी है! चाहे ...

  3. Shatranj Ke Khiladi Munshi Premchand ki kahani in Hindi. वाजिदअली शाह का समय था। लखनऊ विलासिता के रंग में डूबा हुआ था। छोटे-बड़े, गरीब-अमीर सभी विलासिता में डूबे हुए थे। कोई नृत्य और गान की मजलिस सजाता था, तो कोई अफीम की पीनक ही में मजे लेता था। जीवन के प्रत्येक विभाग में आमोद-प्रमोद का प्राधान्य था।.

  4. मिर्जा - अरे यार जाना, ही पड़ेगा हकीम के यहाँ। सिर-दर्द खाक नही है, मुझे परेशान करने का बहाना है।. मीर - कुछ भी हो, उनकी खातिर तो करनी ही पड़ेगी।. मिर्जा - अच्छा, एक चाल और चल लूँ।. मीर - हरगिज नही, जब तक आप सुन न आवेंगे, मै मुहरे में हाथ न लगाऊँगा।.

  5. Sep 29, 2020 · लेखक: मुंशी प्रेमचंद. वाजिदअली शाह का समय था. लखनऊ विलासिता के रंग में डूबा हुआ था. छोटे-बड़े, ग़रीब-अमीर सभी विलासिता में डूबे हुए थे. कोई नृत्य और गान की मजलिस सजाता था, तो कोई अफीम की पीनक ही में मज़े लेता था. जीवन के प्रत्येक विभाग में आमोद-प्रमोद का प्राधान्य था.

  6. Shatranj Ke Khilari ( lit. 'The Chess Players') is a 1924 Hindi short-story written by Munshi Premchand. [1] . Premchand also made the Urdu version titled "Shatranj ki bazi". Synopsis. The story depicts decadent royalty of Central North India.

  7. शतरंज के खिलाड़ी 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसी नाम से मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहानी पर आधारित इस फिल्म के निर्देशक थे प्रसिद्ध बांग्ला फिल्मकार सत्यजित रे । इसकी कहानी १८५६ के अवध नवाब वाजिद अली शाह के दो अमीरों के इर्द-गिर्द घूमती है। ये दोनों खिलाड़ी शतरंज खेलने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उन्हें अपने शासन तथा परिवार की भी फ़...

  8. Jul 1, 2020 · मिरज़ा— अच्छा, एक चाल और चल लूँ।. मीर— हरगिज़ नहीं, जब तक आप सुन न आएँगे, मैं मुहरे में हाथ ही न लगाऊँगा।. मिरज़ा साहब मजबूर हो कर अंदर गए तो बेगम साहबा ने त्योरियाँ बदल कर, लेकिन कराहते हुए कहा तुम्हें निगोड़ी शतरंज इतनी प्यारी है ! चाहे कोई मर ही जाए, पर उठने का नाम नहीं लेते ! नौज, कोई तुम-जैसा आदमी हो !

  9. May 9, 2020 · #munshipremchand #shatranj ke khiladi #शतरंज के खिलाड़ी"Shatranj Ke Khilari" (The Chess Players) is a 1924 Hindi short-story written by Munshi Premchand.शतरं...

  10. शतरंज उन प्रारम्भिक खेलों में से एक है, जो चार खिलाड़ियों वाले चतुरंग नामक युद्ध खेल के रूप में विकसित हुआ और यह भारतीय महाकाव्य महाभारत में उल्लिखित एक युद्ध व्यूह रचना का संस्कृत नाम है। चतुरंग सातवीं शताब्दी के लगभग पश्चिमोत्तर भारत में फल-फूल रहा था। इसे आधुनिक शतरंज का प्राचीनतम पूर्वगामी माना जाता है, क्योंकि इसमें बाद के शतरंज के सभी रूपो...