Yahoo India Web Search

Search results

  1. कबीर साहेब जी के प्रसिद्ध दोहे: भैसान्हि माॅह रहत नित बकुला, तकुला ताकी न लीन्हा हो।. गाइन्ट माॅह बकेलु नहि कबहू , कैसे के पद पहिचनबहू हो।।. कबीर,हाड़ चाम लहू ना मेरे, जाने कोई सतनाम उपासी।. तारन तरन अभय पद दाता, मैं हूं कबीर अविनाशी।।.

  2. Feb 1, 2017 · भारत के महान संत और आध्यात्मिक कवि कबीर दास का जन्म वर्ष 1440 में और मृत्यु वर्ष 1518 में हुई थी। इस्लाम के अनुसार ‘कबीर’ का अर्थ महान होता है। कबीर पंथ एक विशाल धार्मिक समुदाय है जिन्होंने संत आसन संप्रदाय के उत्पन्न कर्ता के रुप में कबीर को बताया। कबीर पंथ के लोग को कबीर पंथी कहे जाते है जो पूरे उत्तर और मध्य भारत में फैले हुए है। संत कबीर के ...

  3. Kabir Das Ka Jivan Parichay: संत कबीर दास 15वीं सदी में हिंदी साहित्य के भक्तिकाल के सबसे प्रसिद्ध कवि, विचारक माने जाते हैं। इनका संबंध भक्तिकाल की निर्गुण शाखा “ज्ञानमर्गी उपशाखा” से था। इनकी रचनाओं और गंभीर विचारों ने भक्तिकाल आंदोलन को गहरे स्तर तक प्रभावित किया था। इसके साथ ही उन्होंने उस समय समाज में फैली कुरीतियों, कर्मकांड, अंधविश्वास की...

    • Leverage Edu Tower, A-258, Bhishma Pitamah Marg, Block A, Defence Colony, 110024, New Delhi
    • hello@leverageedu.com
    • 1800 57 2000
  4. संत-कवि कबीर दास का जन्म 15वीं शताब्दी के मध्य में काशी (वाराणसी, उत्तर प्रदेश) में हुआ था। कबीर के जीवन के विवरण कुछ अनिश्चित हैं। उनके जीवन के बारे में अलग-अलग विचार, विपरीत तथ्य और कई कथाएँ हैं। यहाँ तक कि उनके जीवन पर बात करने वाले स्रोत भी अपर्याप्त हैं। शुरुआती स्रोतों में ‘बीजक’ और ‘आदि ग्रंथ’ शामिल हैं। इसके अलावा, भक्त मल द्वारा रचित ‘न...

  5. May 19, 2023 · कबीर दास की मुख्य रचनाओं में हमें पंजाबी, राजस्थान, अवधी, हरियाणवी, ब्रज, खड़ी बोली आदि देखने को मिलती है। इन्होंने अपनी सकारात्मक विचारों और कल्पना शक्ति से कई प्रसिद्ध रचनाएँ लिखी।. kabir das ka parichay. कबीर दास ने अपनी रचनाओं के माध्यम से हिन्दी साहित्य को समृद्ध बनाने के लिए अपना अहम योगदान दिया है।.

  6. Nov 15, 2021 · नाम कबीर दास (Kabir Das) जन्म 1398 ईश्वी, वाराणसी, उत्तर-प्रदेश पालनहारी माता नीमा (किवदंती के अनुसार)

  7. People also ask

  8. Nov 3, 2023 · संत कबीरदास पंद्रहवीं शताब्दी में पवित्र शहर वाराणसी, उत्तर प्रदेश में पैदा हुए एक भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। उनके लेखन ने हिंदू धर्म भक्ति आंदोलन को प्रभावित किया, उस समय भारत में मुख्य रूप से हिंदू और इस्लाम में प्रचलित धर्मों में अर्थहीन और गलत प्रथाओं की आलोचना की।कबीरदास के अनुसार जो व्यक्ति हमेशा धार्मिकता के मार्ग पर चलता है, जो किसी...