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  1. फणीश्वर नाथ 'रेणु' (४ मार्च १९२१ औराही हिंगना, फारबिसगंज - ११ अप्रैल १९७७) एक हिन्दी भाषा के साहित्यकार थे। इनके पहले उपन्यास मैला आंचल को बहुत ख्याति मिली थी , जिसके लिए उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।. जीवनी.

  2. आज के आर्टिकल में हम हिंदी के चर्चित लेखक फणीश्वरनाथ रेणु(Fanishwar Nath Renu ka Jivan Parichay) के बारे में विस्तार से महत्त्वपूर्ण जानकारी पढेंगे , इनसे ...

  3. फणीश्वर नाथरेणु’ का जीवन उतार-चढ़ावों व संघर्षों से भरा हुआ था।. उन्होंने अनेक राजनीतिक व सामाजिक आंदोलनों में बढ़-चढ़कर भाग लिया।. उन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाई तथा 1950 में नेपाल के राणाशाही विरोधी आंदोलन में नेपाली जनता को दमन से मुक्ति दिलाने के लिए भी अपना योगदान दिया।.

  4. Dec 26, 2023 · पद्म श्री सम्मानित फनीश्वरनाथ रेणु की जीवनी, इतिहास, रचनाएं, व्यक्तित्व आदि इस बायोग्राफी में पढेगे. Biography Of Phanishwar Nath Renu In Hindi. रेणु का जीवन परिचय, जीवनी, बायोग्राफी. फनीश्वरनाथ रेणु हिंदी कथा साहित्य के विलक्षण रचनाकार हैं. आपका जन्म 1921 में बिहार के एक गाँव जिला पूर्णिया में हुआ. आपका बचपन ग्रामीण परिवेश में व्यतीत हुआ.

  5. Aug 17, 2020 · ‘...अरे, सिरचन भाई! अब तो तुम्हारे ही हाथ में यह कारीगरी रह गई है सारे इलाक़े में. एक दिन भी समय निकाल कर चलो.’. ‘कल बड़े भैया की चिट्ठी आई है शहर से-सिरचन से एक जोड़ा चिक बनवा कर भेज दो.’. मुझे याद है... मेरी मां जब कभी सिरचन को बुलाने के लिए कहती, मैं पहले ही पूछ लेता,‘भोग क्या क्या लगेगा?’.

  6. फणीश्वरनाथ रेणु ( अंग्रेज़ी: Phanishwarnath 'Renu', जन्म: 4 मार्च, 1921 - मृत्यु: 11 अप्रैल, 1977) एक सुप्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार थे। हिन्दी कथा साहित्य के महत्त्वपूर्ण रचनाकार फणीश्वरनाथ 'रेणु' का जन्म 4 मार्च 1921 को बिहार के पूर्णिया ज़िला के 'औराही हिंगना' गांव में हुआ था। रेणु के पिता शिलानाथ मंडल संपन्न व्यक्ति थे। भारत के स्वाधीनता संघर्...

  7. Aug 6, 2023 · फणीश्वरनाथ रेणु हिंदी के प्रथम आंचलिक कथा शिल्पी के रूप में विख्यात हुए थे। इनके प्रसिद्ध कहानी संग्रह हैं- ठुमरी, अगिनखोर, आदिम रात्रि की महक, तीसरी कसम। ‘तीसरी कसम’ उर्फ ‘मारे गए गुलफाम’ कहानी पर तो राजकपूर ने बहुचर्चित फिल्म का निर्माण भी किया है।.

  8. 5 Min Read. हिंदी भाषा के प्रसिद्ध आंचलिक कथाकार व विचारक फणीश्वर नाथ रेणु ने अपनी लेखनी में हिंदी गद्य साहित्य की श्री वृद्धि की है। प्रेमचंद्र के "गोदान" के बाद फणीश्वर नाथ रेणु का "मैला आंचल" हिंदी साहित्य का महत्वपूर्ण उपन्यास माना जाता है जिसे पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है।. जीवन परिचय (Phanishwar Nath Renu Life Introduction)

  9. Apr 6, 2018 · फणीश्वरनाथ रेणु, हिंदी साहित्य के पूर्व- प्रेमचंद युग के एक प्रसिद्ध क्रांतिकारी उपन्यासकार हैं। वह समकालीन ग्रामीण भारत की आवाज थे और मुख्यधारा हिंदी साहित्य के बीच में क्षेत्रीय आवाज लाने के...

  10. Phanishwar Nath Renu is best known for promoting the voice of the contemporary rural India through the genre of Aanchalik Upanyas ('regional story'), and is placed amongst the pioneering Hindi writers who brought regional voices into the mainstream Hindi literature.