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  1. महादेवी वर्मा (26 मार्च 1907 — 11 सितम्बर 1987) हिन्दी भाषा की कवयित्री थीं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों [क] में से एक मानी जाती हैं। [1] आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है। [2] कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है...

  2. महादेवी वर्मा के आठ कविता संग्रह हैं- 1. नीहार (1930), 2. रश्मि (1932), 3. नीरजा (1934), 4. सांध्यगीत (1936), 5. दीपशिखा (1942), 6. सप्तपर्णा (अनूदित 1959), 7. प्रथम आयाम (1974) और 8. अग्निरेखा (1990) संकलन. इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे काव्य संकलन भी प्रकाशित हैं, जिनमें उपर्युक्त रचनाओं में से चुने हुए गीत संकलित किये गये हैं, जैसे 1. आत्मिका, 2.

  3. Mahadevi Verma (26 March 1906 – 11 September 1987) was an Indian Hindi-language poet, essayist, sketch story writer and an eminent personality of Hindi literature. She is considered one of the four major pillars [a] of the Chhayawadi era in Hindi literature . [1]

  4. महिला रचनाकार. उत्तर प्रदेश. महादेवी वर्मा - कविता कोश भारतीय काव्य का विशालतम और अव्यवसायिक संकलन है जिसमें हिन्दी उर्दू, भोजपुरी ...

  5. वह साहित्य अकादेमी की सदस्यता प्राप्त करने वाली पहली लेखिका थीं। भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण पुरस्कारों से ...

  6. Jul 7, 2019 · महादेवी वर्मा जी का जीवन परिचय – Mahadevi Verma Biography in Hindi. पूरा नाम (Name) महादेवी वर्मा. जन्म (Birthday) 26 मार्च, 1907, फ़र्रुख़ाबाद, उत्तर प्रदेश. मृत्यु (Death) 11 ...

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  8. May 16, 2017 · महादेवी वर्मा कुछ कविताएँ – Mahadevi Verma Poems in Hindi. Mahadevi Verma Poem “Visarjan” विसर्जन. निशा की, धो देता राकेश. चाँदनी में जब अलकें खोल, कली से कहता था मधुमास. बता दो मधुमदिरा का मोल; बिछाती थी सपनों के जाल. तुम्हारी वह करुणा की कोर, गई वह अधरों की मुस्कान. मुझे मधुमय पीडा़ में बोर; झटक जाता था पागल वात. धूलि में तुहिन कणों के हार;