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  1. Jul 29, 2022 · रसखान की दो पुस्तकें प्रसिद्ध हैं, ‘ सुजान रसखान ‘ और ‘ प्रेमवाटिका ‘। ‘सुजान रसखान’ की रचना कवित्त और सवैया छन्दों में हुई है तथा ...

  2. रसखान जी का जीवन परिचय, साहित्यिक परिचय और रचनाएँ : कृष्णभक्त कवि रसखान का मूल नाम सैयद इब्राहिम था तथा वे शाही खानदान से संबंधित थे। उनका जन्म 1548 ई.

  3. गोरी बाल थोरी वैस, लाल पै गुलाल मूठि / रसखान. खेलत फाग सुहाग भरी / रसखान. ब्रह्म मैं ढूँढयो पुराण गानन / रसखान. जेहि बिनु जाने कछुहि नहिं ...

  4. रसखान (जन्म:1548 ई) कृष्ण भक्त मुस्लिम कवि थे। [1] उनका जन्म पिहानी, भारत में हुआ था। हिन्दी के कृष्ण भक्त तथा रीतिकालीन रीतिमुक्त कवियों में रसखान का अत्यंत महत्त्वपूर्ण स्थान है। वे विट्ठलनाथ के शिष्य थे एवं वल्लभ संप्रदाय के सदस्य थे। रसखान को 'रस की खान' कहा गया है। इनके काव्य में भक्ति, शृंगार रस दोनों प्रधानता से मिलते हैं। रसखान कृष्ण भक्...

  5. रसखान विषय सूची. सैय्यद इब्राहिम रसखान के काव्य के आधार भगवान श्रीकृष्ण हैं। रसखान ने उनकी ही लीलाओं का गान किया है। उनके पूरे काव्य ...

  6. रसखान का जन्म 1590 ई. उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के पिहानी में एक मुस्लिम पठान परिवार में माना जाता हैं और कुछ लोगो के मतानुसार दिल्ली के समीप है. इनका वास्तविक नाम सैयद इब्राहिम था. इनके पिताजी का नाम गंनेखां था जो अपने समय के मशहूर कवि थे. जिन्हें खान उपाधि प्राप्त थी. इनकी माता का नाम मिश्री देवी था जो एक समाज सेविका थी.

  7. Sujan-Raskhan : Raskhan. 1. सवैया. मानुस हौं तो वही रसखान, बसौं मिलि गोकुल गाँव के ग्वारन।. जो पसु हौं तो कहा बस मेरो, चरौं नित नंद की धेनु मँझारन॥. पाहन ...