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  1. सूरदास ( संस्कृत : सूरदास , रोमानी भाषा में : सूरदास ) 16वीं सदी के हिंदू भक्ति कवि और गायक थे, जो भगवान कृष्ण की प्रशंसा में लिखे गए अपने कार्यों के लिए जाने जाते थे। वह कृष्ण के वैष्णव भक्त थे, और वह एक श्रद्धेय कवि और गायक भी थे।. [1] श्री कृष्ण और सूरदास जी. जीवन परिचय सूरदास .

  2. सूरदास की जीवनी, इतिहास, रचनाएँ और उनसे जुडी कहानियाँ | Krishna Devotee Surdas Biography, History, Poetry and Stories Related to Him in Hindi. हिंदी भाषा का इतिहास लगभग दो हजार साल पुराना ...

  3. en.wikipedia.org › wiki › SurdasSurdas - Wikipedia

    Surdas's poetry was written in a dialect of Hindi called Braj Bhasha, until then considered to be a very plebeian language, as the prevalent literary languages were either Persian or Sanskrit. His work raised the status of the Braj Bhasha from a crude language to that of a literary one.

  4. सूरदास जीवनी - Biography of Surdas in Hindi Jivani. सूरसागर में लगभग एक लाख पद होने की बात कही जाती है। किन्तु वर्तमान संस्करणों में लगभग पाँच हजार पद ही ...

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  5. Nov 3, 2023 · सूरदास का जीवन परिचय : 25 अप्रैल को भारत में सूरदास जयंती मनाई जाएगी। सूरदास का जीवन परिचय इस लेख के जरिए हम आपको उपलब्ध कराएंगे।गौरतलब है कि सूरदास 15वीं शताब्दी के एक संत और संगीतज्ञ थे। उन्हें हिंदी साहित्य और संगीत के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण शख्सियतों में से एक माना जाता है। सूरदास जी के जन्म को लेकर कई मान्यता और धारणाएं है लेकिन सूरदास ...

  6. हिन्दी साहित्य के भक्तकालीन कवियों में सूरदास (Surdas) का स्थान सर्वोपरि है। सूरदास (Surdas) भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य उपासक थे.

  7. Jun 9, 2019 · सूरदास जी ने ब्रज भाषा का इस्तेमाल कर अपनी रचनाओं में भगवान श्री कृष्ण के हर स्वरुप का इतनी सजीवता से वर्णन किया है कि मानो कवि ने अपनी आंखों से नटखट कान्हा को देखा हो। सूरदास जी की रचनाओं में नंदकिशोर का ऐसा वर्णन उनके अंधेपन पर भी संदेह करता है।.