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  1. श्री सनातन गोस्वामी ( १४८८- १५५८ ), चैतन्य महाप्रभु के प्रमुख शिष्य थे। उन्होने गौड़ीय वैष्णव भक्ति सम्प्रदाय की अनेकों ग्रन्थोंकी ...

  2. Sep 5, 2021 · चैतन्य महाप्रभु का जन्म बंगाल के नवद्वीप नामक ग्राम में शक संवत 1407 की फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को हुआ था। इनके पिता का नाम श्री जगन्नाथ मिश्र और माता का नाम शची देवी था। ये भगवान श्री कृष्ण के अनन्य भक्त थे। इन्हें लोग श्री राधा का अवतार मानते हैं। बंगाल के वैष्णव तो इन्हें भगवान का ही अवतार मानते हैं।.

  3. जानिए 10 बातें. वैष्णव संप्रदाय के महान संत चैतन्य महाप्रभु की जयंती फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को मनाई जाती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार यह तिथि 18 मार्च को रहेगी, परंतु अंग्रेजी दिनांक के अनुसार उनका जन्म 18 फरवरी को है। आओ जानते हैं उनके बारे में 10 खास बातें।. चैतन्य महाप्रभु : (1486- 1534) : 1.

  4. Jul 18, 2016 · Sri Chaitanya Mahaprabhu – चैतन्य महाप्रभु जिन्होंने गौड़ीय संप्रदाय की स्थापना की थी। उनके अनुयायी उन्हें भगवान श्री क्रिष्ण का अवतार ही मानते ...

  5. चैतन्य महाप्रभु ( अंग्रेज़ी: Chaitanya Mahaprabhu, जन्म: 18 फ़रवरी सन् 1486 [1] - मृत्यु: सन् 1534) भक्तिकाल के प्रमुख संतों में से एक हैं। इन्होंने वैष्णवों के गौड़ीय संप्रदाय की आधारशिला रखी। भजन गायकी की एक नयी शैली को जन्म दिया तथा राजनीतिक अस्थिरता के दिनों में हिन्दू- मुस्लिम एकता की सद्भावना को बल दिया, जाति-पांत, ऊँच-नीच की भावना को दूर ...

  6. May 28, 2022 · Table of Content. चैतन्य महाप्रभु की जीवनी Chaitanya Mahaprabhu Biography in Hindi. 15वीं शताब्दी के भक्ति काल में सबसे प्रमुख बंगाली संत चैतन्य महाप्रभु को वैष्णव गौड़ संप्रदाय की स्थापना के लिए जाना जाता है। श्चैतन्य महाप्रभु जी को श्री कृष्ण का अंश भी माना जाता है।.

  7. Jul 3, 2023 · Chaitanya Mahaprabhu Biography Hindi चैतन्य महाप्रभु की जीवनी. श्री चैतन्य प्रभु (1486-1533) गौरांग महाप्रभु के नाम से भी जाने जाते हैं. इनका वास्तविक नाम विश्वम्भर था. इन्होने कृष्ण भक्ति का प्रचार किया. ये जातीय भेदभावों तथा पशुबलि, मदिरा पान आदि के विरोधी थे. नृत्य संगीत इनकी भक्ति का विशिष्ट पक्ष था.

  8. Published By : Jivani.org. चैतन्य महाप्रभु वैष्णव धर्म के भक्ति योग के परम प्रचारक एवं भक्तिकाल के प्रमुख कवियों में से एक हैं। इन्होंने वैष्णवों ...

  9. हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे !! चैतन्य महाप्रभु का जन्म संवत् १५४२ विक्रमी की फाल्गुनी पूर्णिमा, होली के दिन बंगाल के नवद्वीप नगर में हुआ था । उनके पिता का नाम पंडित जगन्नाथ मिश्र और माता का नाम शचीदेवी था।.

  10. Sri Shikshashtaka by Chaitanya Mahaprabhu in Hindi: ॥ शिक्षाष्टक (चैतन्यमहाप्रभु) ॥. शिक्षाष्टकं. चेतो-दर्पण-मार्जनं भव-महा-दावाग्नि-निर्वापणं. श्रेयः-कैरव-चन्द्रिका-वितरणं विद्या-वधू-जीवनम् ।. आनन्द-अम्बुधि-वर्धनं प्रति-पदं पूर्णामृतास्वादनं. सर्वात्मस्नपनं परं विजयते श्रीकृष्ण संकीर्तनम् ॥ १ ॥. नाम्नां अकारि बहुधा निज-सर्व-शक्तिः.