Yahoo India Web Search

Search results

  1. Feb 8, 2024 · Tulsidas ke Dohe in Hindi :तुलसीदास एक महान संत, और साधु थे जिन्हें गोस्वामी तुलसीदास के नाम से भी जाना जाता था। उन्हें रामानंद सम्प्रदाय का सुधारक ...

  2. Feb 5, 2023 · Tulsidas Dohe On Wisdom - तुलसीदास के दोहे बुद्धिमत्ता पर. 1. श्रीमद वक्र न कीन्ह केहि प्रभुता बधिर न काहि. मृग लोचनि के नैन सर को अस लागि न जाहि।. अर्थ : लक्ष्मी के अहंकार ने किसे टेढ़ा और प्रभुता अधिकार ने किसे बहरा नही किया है। युवती स्त्री के नयन वाण से कौन पुरूश बच सका है।. 2. ग्यानी तापस सूर कवि कोविद गुन आगार.

  3. Feb 1, 2022 · इस लेख में 69+ तुलसीदास के दोहे हिन्दी अर्थ सहित Tulsidas Ke Dohe in Hindi दिया गया है। इसमें तुलसीदास के सर्वश्रेष्ट कवितावली, व दोहों (चौपाई) को ...

  4. तुलसीदास के 10 प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ दोहे. 122. Favorite. ‘तुलसी’ काया खेत है, मनसा भयौ किसान।. पाप-पुन्य दोउ बीज हैं, बुवै सो लुनै निदान ...

  5. तुलसीदास के दोहे. 339. Favorite. ‘तुलसी’ काया खेत है, मनसा भयौ किसान।. पाप-पुन्य दोउ बीज हैं, बुवै सो लुनै निदान॥.

  6. गोस्वामी तुलसीदास जी (tulsidas in hindi) के दोहे लोगो के बीच बहुत लोकप्रिय है उनका हिंदी अर्थ जनमानस के लिए बहुत उपयोगी है। आज इस पोस्ट में ...

  7. Nov 11, 2013 · Tulsidas Ji Ke Dohe With Meaning in Hindi. श्रीरामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जी हिंदी साहित्य के महान कवि थे| तुलसीदास जी के दोहे ज्ञान-सागर के समान हैं| आइये हम इन दोहों को अर्थ सहित पढ़ें और इनसे मिलने वाली सीख को अपने जीवन में उतारें. गोस्वामी तुलसीदास जी. —1— राम नाम मनिदीप धरु जीह देहरीं द्वार |. तुलसी भीतर बाहेरहुँ जौं चाहसि उजिआर ||

  8. Feb 29, 2024 · अर्थ: – इस दोहे में गोस्वामीजी शब्द और संवाद के महत्व को रेखांकित कर रहे हैं । गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं -कि मीठे वचन से सर्वत्र सब ओर प्रसन्नता और खुशी फैलती है । सुखकारी भावनाओं का प्रसार होता है । दूसरों को वश में करने का भी एकमात्र मंत्र मधुर वचन ही हैं । अतः मानव मात्र को कठोर वचन का परित्याग करके मधुरभाषी बनना चाहिए ।. -2-

  9. Dec 21, 2019 · गोस्वामी तुलसीदास जी के दोहे और गूढ़ बातें – Tulsidas Ke Dohe in Hindi.

  10. Feb 21, 2024 · तुलसीदास के दोहे (तुलसीदास के दोहे) का अर्थ है: तुलसी कहते हैं कि श्री हरि का अपमान करने से समाज का नुकसान होता है यानी नुकसान-ही-हानी होती है। भगवान श्री कृष्ण का अपमान करने से राज्य में कुरुराज दुर्योधन अपनी सेना और कुटुंब के सहित गंदगी में मिल गए।. तुलसी हठी-हथि कहत नित, चित सुनि हित करि मनि।. लाभ राम सुमिरन बड़ी, बड़े बिसारें हानि॥.

  1. People also search for